Ram Mandir Inauguration: एक तरफ देशभर में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) के उद्घाटन की तैयारी चल रही है. वहीं, दूसरी तरफ इसे लेकर राजनीति और बयानबाजी भी जारी है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के मंदिर को अधूरा बताने वाले बयान पर अब विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार का जवाब आया है.


आलोक कुमार ने कहा कि दिग्विजय सिंह का बयान सच नहीं है. रामलला को ग्राउंड फ्लोर पर स्थापित किए जाने का काम पूरा हो चुका है. प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त दोपहर 12:20 बजे तय किया गया है. इसे पूरे विधि-विधान के साथ किया जाएगा. मैंने ऐसा कभी नहीं देखा कि मंदिर को अधूरा बताकर निमंत्रण अस्वीकार कर दिया जाए.


उन्होंने आगे कहा कि तीनों शंकराचार्यों ने मंदिर के पूरा होने पर खुशी व्यक्त की है और प्राण प्रतिष्ठा का स्वागत किया है.


'कांग्रेस को अल्पसंख्यक वोट बैंक की चिंता'
आलोक कुमार ने आगे कहा, "वीएचपी ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पास ऐसी कोई मशीनरी नहीं है कि 10 करोड़ घरों के लोगों को आमंत्रित कर सके. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने डाकिये के रूप में काम किया है. यह मदद सभी को करनी चाहिए थी, लेकिन अल्पसंख्यक वोट बैंक की वजह से उन्होंने ऐसा नहीं किया."






क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने
बता दें कि कांग्रेस के सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गुरुवार (11 जनवरी) को सवाल किया था कि कितने आमंत्रित व्यक्तियों ने निमंत्रण स्वीकार किया है? किसी भी स्थापित धर्म गुरु ने निमंत्रण स्वीकार नहीं किया. धर्म शास्त्र के अनुसार जिस मंदिर का निर्माण अधूरा हो, वहां किसी भी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती. यह अशुभ माना जाता है.



उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही नहीं बल्कि शिवसेना, राजद, जद (यू), टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई (एम)- को भी निमंत्रण मिला है. इनमें से कौन समारोह में भाग ले रहा है? भगवान राम सबके हैं. हमें मंदिर जाकर खुशी होगी, लेकिन पहले निर्माण पूरा हो जाए. उन्होंने तो इसे बीजेपी का एक आयोजन बना दिया है.


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