उत्तर प्रदेश की पावन नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार से ही हो चुकी है. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की नींव रखेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां 40किलोग्राम की चांदी की ईंट रखेंगे. आज रामार्चा पूजा हुई. यह पूजा सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक चली. इसमें कुल 6 पुजारी शामिल रहे हैं. वहीं, भूमि पूजा के साथ-साथ आयोध्या को सजाने का काम भी काफी तेजी से चल रहा है.


राम मंदिर के आसपास के घरों और सड़कों को लड़ियों और पीले-केसरिया रंग के पैंटों से सजाया घया है. सरयू नदी घाटों और किनारों पर दीये जलाने के व्यवस्था की गई है. इतना ही नहीं सरयू नदी पर बने पुल को जगमगमाती लड़ियों से सजाया गया है, जिसकी सुंदरता शाम और रात के अंधेरे में दिखाई देगी. इसके अलावा सड़कों पर जगह-जगह भगवान राम के बड़े पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं.



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राम मंदिर के पास बने राम की पौड़ी को भी सुंदर तरीके से सजाया गया है. यहां मौजूद घरों, दुकानों और मंदिरों को रंग-बिरंगी लड़ियों और लाइटों से सजाया गया है. इनकी परछाई सरयू नदी के पानी पर भी पड़ रही हैं. जिसे देखने क बाद लगता है कि नदी से रंग-बिरंगे प्रकाश निकल रहे हैं.



इसके अलावा राम मंदिर के आसपास के घरों में लोग दिए जलाएंगे. इसकी तैयारी भी लोगों ने शुरू कर दी है. लोग दिए से जय श्री राम और अयोध्या राम लला लिख रहे हैं. इतना ही लो लोग लड़ियों से भी अपने घरों के बाहर जय श्री राम का नारा लिख रहे हैं.


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राम मंदिर भूमि पूजन के लिए 175 लोगों को न्यौता दिया गया है जिसमें से 135 लोग पुजारी और धार्मिक नेता हैं.बता दें कि राम मंदिर का निर्माण काफी लंबे विवाद के निपटने के बाद 2.77 एक्टर में बनेगा. यहां 1992 तक 16वीं शताब्दी में बनाई गई बाबरी मस्जिद थी.


लोगों का मानना है कि ये इस जगह भगवान राम का जन्म हुआ था, जिसकी वजह से बाबरी मस्जिक को गिराया गया था. पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में मंदिर बनाने के अलावा मुसलमानों को किसी अन्य जगह पर मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ जगह दी थी.



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