(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अयोध्या में रामजन्मभूमि परिसर को समतल करने के दौरान मंदिर के अवशेष मिलने का दावा
खुदाई के दौरान भारी संख्या में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियों के अलावा 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तम्भ, 6 रेड सैंडस्टोन के स्तम्भ सहित 5 फ़ीट का एक शिवलिंग भी मिला है.
नई दिल्ली: अयोध्या में राम जन्मभूमि के समतलीकरण के दौरान मंदिर के अवेशष मिलने का दावा किया गया है. खुदाई के दौरान भारी संख्या में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियों के अलावा 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तम्भ, 6 रेड सैंडस्टोन के स्तम्भ सहित 5 फ़ीट का एक शिवलिंग भी मिला है. खुदाई के दौरान पुरातत्विक महत्व की कई वस्तुएं मिली हैं जैसे- कलश, पुष्प, आमलक आदि. आपको बता दें कि इसी महीने 11 मई से राम जन्मभूमि परिसर में समतलीकरण का काम शुरू हुआ है.
जन्मभूमि परिसर में हो रहा साफ सफाई का काम
रामजन्मभूमि परिक्षेत्र में कोर्ट के फ़ैसले से पहले कोई निर्माण कार्य करने की मनाही थी. लेकिन जबसे सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फ़ैसला दिया है, अधिग्रहित क्षेत्र में निर्माण की शुरुआती प्रक्रिया शुरू हो गई है. लॉकडाउन में मिली कुछ रियायतों के बीच मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या के राम जन्मभूमि न्यास कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों की सफाई का कार्य धीरे-धीरे शुरू हो गया है.
ये था सुप्रीम कोर्ट का फैसला?
9 नवंबर को दिए ऐतिहासिक फैसले में कोर्ट ने पूरी 2.77 एकड़ जमीन रामलला को दी थी. कोर्ट ने मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार को एक ट्रस्ट बनाने के लिए कहा था. 5 जजों का यह एकमत फैसला उपलब्ध तथ्यों के हिसाब से विवादित ज़मीन पर मुसलमानों की तुलना में ज़्यादा मज़बूत हिंदू दावे के चलते दिया गया था. फिर भी कोर्ट ने माना था कि 1857 से लेकर 1949 तक मुसलमानों ने वहां नमाज पढ़ी. 1949 इमारत में मूर्ति रख कर मुसलमानों को जबरन वहां से भगाया गया. 1992 मस्ज़िद को तोड़ दिया गया. इसलिए, कोर्ट ने पूरा इंसाफ करने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही किसी वैकल्पिक जगह पर 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था.
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