Ayodhya Ram Mandir Live: देशभर में मनाया जा रहा दीपोत्सव, पीएम मोदी ने भी जलाई रामज्योति
Ram Mandir Pran Pratishtha Live: राम मंदिर में भगवान राम बालरूप में विराज गए हैं. रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद जगह-जगह दीप प्रज्वलित किए जा रहे हैं. हर अपडेट के लिए लाइव ब्लॉग पर बने रहें
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Background
Ram Mandir Pran Pratishtha Live: ''सिया राम मय सब जग जानी, करहु प्रणाम जोरी जुग पानी!'' गोस्वामी तुलसीदास रचित यह चौपाई आज श्रीराम का हर भक्त दोहरा रहा है. देश और दुनिया में फैले करोड़ों रामभक्त आज हर्ष, उमंग, उत्साह और भक्तिरस से सराबोर हैं और अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर भाव विह्वल नजर आ रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (22 जनवरी) को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए. पीएम मोदी के साथ आरएसएस चीफ मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में मौजूद रहे. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-विदेश की कई जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं.
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का विशेष प्रसारण दूरदर्शन चैनल की ओर से किया जा रहा है. इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यमों से भी देश और दुनियाभर में फैले श्रद्धालु इसे अवसर को देख रहे हैं.
इस पल की प्रतीक्षा वर्षों से श्रद्धालु कर रहे थे. आज उनके लिए यह एक स्वप्न के साकार होने जैसा है और साक्षात भगवान के दर्शन कर लेने जैसा है. राम मंदिर का उद्घाटन अपने आप में अनूठा है, क्योंकि केंद्र सरकार, कई राज्यों की सरकारों और दुनिया के कई देशों में प्राण प्रतिष्ठा समारोह देखने के लिए कहीं आधे दिन तो कहीं कुछ घंटों की सरकारी छुट्टी की घोषणा की है.
देशभर में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, बीमा कंपनियां, वित्तीय संस्थान और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भी 22 जनवरी को आधे दिन के लिए बंद रहेंगे. एनएसई और बीएसई स्टॉक एक्सचेंज ने भी इस दिन कारोबार न होने की घोषणा की है.
रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह अपराह्न 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और अपराह्न एक बजे तक उसके पूरा होने की उम्मीद है. राम मंदिर के गर्भगृह में 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी क्योंकि यह 84 सेकेंड का समय शुभ मुहूर्त है.
पूजन कार्यक्रम कुछ इस प्रकार है कि सबसे पहले नित्य पूजन हवन पारायण, उसके बाद देवप्रबोधन, प्रतिष्ठापूर्वकृत्य, देवप्राण प्रतिष्ठा, महापूजा, आरती, प्रासादोत्सर्ग, उत्तरांगकर्म, पूर्णाहुति, आचार्य को गोदान, कर्मेश्वरार्पणम, ब्राह्मणभोजन, प्रैषात्मक पुण्याहवाचन, ब्राह्मण दक्षिणा दानादि संकल्प, आशीर्वाद और फिर कर्मसमाप्ति होगी.
रामलला की स्वागत के लिए अयोध्या तो राममय है ही और पूरे नगर को भव्यता प्रदान करने के लिए सजाया गया है लेकिन देश के बाकी हिस्सों में भी लोगों ने अपने घरों पर श्रीराम और उनके महान भक्त भगवान हनुमान को समर्पित पताकाएं लगाई हैं और घर-मोहल्लों को सजाया है. रामभक्तों के बीच दिवाली जैसा महौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीये जलाकर इस उत्सव को मनाने का आह्वान पहले ही कर दिया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके लिए वह पिछले कुछ दिनों से दक्षिण भारत के रामायण से संबंधित मंदिरों की आध्यात्मिक यात्रा पर थे. उन्होंने कहा था कि वह यम-नियमों को पालन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी सोमवार (22 जनवरी) को दोपहर के आसपास राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे और इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे. वह आयोजन स्थल पर संतों और प्रतिष्ठित हस्तियों समेत 7,000 से ज्यादा लोगों की सभा को संबोधित करेंगे.
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अगले दिन से आमजन इसमें भगवान के दर्शन कर सकेंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, रविवार (21 जनवरी) को रामलला की मूर्ति को विभिन्न तीर्थ स्थलों से लाए गए ‘औषधियुक्त’ और पवित्र जल से भरे 114 घड़ों से स्नान कराया गया. ट्रस्ट के अनुसार, चेन्नई और पुणे समेत कई स्थानों से आए फूलों से अनुष्ठान किए जा रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह संबंधी अनुष्ठान 16 जनवरी को सरयू नदी से शुरू हुआ, जो सोमवार दोपहर ‘अभिजीत मुहूर्त’ में पूरा होगा.
समारोह के लिए आमंत्रित कुछ लोग रविवार को अयोध्या पहुंच गए और अन्य लोगों के सोमवार सुबह पहुंच जाने की उम्मीद है. देश और विदेश में इस अवसर पर विशेष उत्सव की घोषणा की गई है. वाशिंगटन डीसी से लेकर पेरिस और सिडनी तक दुनिया के विभिन्न हिस्सों में 22 जनवरी को कार्यक्रमों की घोषणा की गई है. ये कार्यक्रम 60 देशों में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) या हिंदू प्रवासी समुदाय की ओर से आयोजित किए जा रहे हैं.
मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की 51 इंच की नई मूर्ति को गुरुवार (18 जनवरी) को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया. ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से 14 दंपती ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए ‘यजमान’ होंगे.
मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर में प्रवेश पूर्वी दिशा से होगा और निकासी दक्षिण दिशा से होगी. मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार पूर्वी दिशा में स्थित है, जहां 'सिंह द्वार' के माध्यम से 32 सीढ़ियां चढ़कर पहुंचा जा सकता है. मंदिर की पूरी संरचना तीन मंजिला होगी. पारंपरिक नागर शैली में बना मंदिर परिसर 380 फुट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचा होगा. मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फुट ऊंची होगी और उसमें कुल 392 स्तंभ और 44 द्वार होंगे. मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र प्रदर्शित हैं. भूतल पर मुख्य गर्भगृह में भगवान श्रीराम के बाल स्वरूप (श्री रामलला की मूर्ति) को रखा गया है.
अयोध्या में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. मंदिर नगरी के प्रत्येक मुख्य चौराहे पर कंटीले तारों वाले अवरोध लगाए गए हैं. भूकंप और बाढ़ जैसी घटनाओं के साथ ही रासायनिक, जैविक, रेडियोधर्मी और परमाणु हमलों से निपटने के लिए प्रशिक्षित राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) दलों को भी तैनात किया गया है. प्रशासन ने ठंड के प्रकोप के मद्देनजर किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए भी तैयारियां की हैं.
अयोध्या और जिला अस्पतालों और यहां के मेडिकल कॉलेज में बिस्तरों को आरक्षित रखा गया है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में चिकित्सकों को आपात स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण दिया है.
अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले करीब दो घंटे तक सुनाई देने वाली दिव्य ‘मंगल ध्वनि’ में देशभर के 50 पारंपरिक वाद्य यंत्रों का उपयोग किया जाएगा. अयोध्या के प्रसिद्ध कवि यतींद्र मिश्र द्वारा संचालित इस भव्य संगीतमय प्रस्तुति को नई दिल्ली की संगीत नाटक अकादमी से सहयोग प्राप्त है.
‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के अनुसार, यह संगीत प्रस्तुति सुबह 10 बजे शुरू होगी. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से बांसुरी और ढोलक, कर्नाटक से वीणा, महाराष्ट्र से सुंदरी, पंजाब से अलगोजा, ओडिशा से मर्दला, मध्य प्रदेश से संतूर, मणिपुर से पुंग, असम से नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ से तंबूरा, बिहार से पखावज, दिल्ली से शहनाई और राजस्थान से रावणहत्था बजाने वाले कलाकर शामिल होंगे.
पश्चिम बंगाल के श्रीखोल और सरोद, आंध्र प्रदेश से घटम, झारखंड से सितार, तमिलनाडु से नादस्वरम और मृदंग और उत्तराखंड से हुड़का कलाकर भी कार्यक्रम में भाग लेंगे। समारोह के लिए 7,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है.
इसमें राजकीय अतिथियों की सूची में प्रमुख राजनीतिक नेता, बड़े उद्योगपति, फिल्म अभिनेता, खिलाड़ी, नौकरशाह और राजनयिक शामिल हैं. ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में भाग ले रहे लोगों में राम जन्मभूमि में मंदिर के लिए आंदोलन करने वाले लोग भी शामिल हैं. बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी और मशहूर खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर भी आमंत्रित अतिथियों की सूची में शामिल हैं.
समारोह के लिए आमंत्रित किए गए विपक्ष के लगभग सभी नेताओं ने समारोह में भाग लेने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस ने इसे बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कार्यक्रम बताया है.
कई ऐसे लोग भी हैं जो इस सूची में शामिल नहीं हैं लेकिन वे कड़ाके की ठंड के बीच अनूठे अंदाज में- पैदल, साइकिल चलाकर और स्केटिंग करके अयोध्या पहुंच रहे हैं.
इस भव्य समारोह के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से उपहार भेजे जा रहे हैं जिनमें भगवान राम की तस्वीर वाली चूड़ियों से लेकर 56 किस्म के ‘पेठा’, 500 किलोग्राम का लोहे-कांसे का ‘नगाड़ा’ और अमरावती से आ रहा 500 किलोग्राम ‘‘कुमकुम’’ शामिल है. राम मंदिर प्रबंधन समिति को 108 फुट की अगरबत्ती, 2,100 किलोग्राम की घंटी, सोने की चप्पल, 10 फुट ऊंचा ताला और चाभी और एक साथ आठ देशों का समय बताने वाली एक घड़ी समेत कई उपहार मिले हैं.
नेपाल में सीता के जन्म स्थान जनकपुर से भी 3,000 से अधिक उपहार आए हैं. श्रीलंका का एक प्रतिनिधिमंडल रामायण में उल्लेखित अशोक वाटिका से एक विशेष उपहार लाया है. श्रद्धालुओं को भोजन कराने के लिए यहां भंडारे, लंगर आदि विभिन्न सामुदायिक रसोइयां चलाई जा रही हैं. ये सामुदायिक रसोई निहंग सिखों से लेकर इस्कॉन और देशभर के मंदिर न्यास से लेकर अयोध्या के स्थानीय लोगों की ओर से संचालित की जा रही हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)
Ayodhya Ram Mandir Live: राम मंदिर उद्घाटन पर भजनलाल शर्मा ने ड्रोन शो में लिया हिस्सा
अयोध्या में रामलला 'प्राण प्रतिष्ठा' पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रामनिवास बाग में ड्रोन शो में हिस्सा लिया. इस मौके पर उन्हें पगड़ी और पटका पहनाकर उनका स्वागत भी किया गया.
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अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद देश के अलग अलग शहरों से दीपक जलाने के दृश्य देखने को मिले. इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपने घर पर परिवार वालों के साथ दीप प्रज्वलित किए.
Ayodhya Ram Mandir Live: रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू क्या बोले?
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "भगवान राम हमारे देश की संस्कृति हैं. हमें राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा का निमंत्रण नहीं मिला. हमने दीये जलाकर अपनी आस्था व्यक्त की है."
Ayodhya Ram Mandir Live: रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर पुष्कर सिंह धामी ने परिवार के साथ दीप जलाया
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Ayodhya Ram Mandir Live: 'कोलकाता के हर इलाके में जय श्रीराम', बोले सुवेंदु अधिकारी
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