Ram Mandir News Highlights: केंद्र के बाद अब असम और ओडिशा ने प्राण प्रतिष्ठा के दिन किया हाफ डे की छुट्टी का ऐलान, बैंक को लेकर भी हुई घोषणा
Ram Mandir Pran Pratishtha Highlights: केंद्रीय वित्त मंत्रालय के मुताबिक, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और बीमा कंपनियों में हाफ डे की छुट्टी रहेगी.
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लेकर असम के सभी राज्य सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की गई है.
ओडिशा सरकार ने अयोध्या में श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी का ऐलान किया है.
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर सभी पब्लिक बैंक/बीमा कंपनियां/ वित्तीय संस्थान और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक 22 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे तक बंद रहेंगे.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने रेलवे सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि भारतीय रेलवे पूरे देश में अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा देगा. देश भर के रेलवे स्टेशनों पर कम से कम 9000 स्क्रीन उपलब्ध हैं.
रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ''22 तारीख को प्राण प्रतिष्ठा नहीं बल्कि 'पुनः प्राण प्रतिष्ठा' हो रही है. यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम सभी भगवान राम के एक बार फिर अपने दरबार में विराजमान होने के साक्षी हैं और पूरी अयोध्या नगरी को सजाया जा रहा है.”
रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, “ये सिर्फ एक राम मंदिर नहीं है बल्कि राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है, ये राष्ट्रीय मंदिर भी है. इस तरह का कोई भी धार्मिक स्थल पहले कभी किसी अन्य धर्मों के लोगों ने भी नहीं बनवाया है.”
केंद्र सरकार ने राम मंदिर उद्घाटन समारोह के मौके पर पूरे भारत में सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालयों, केंद्रीय संस्थानों और केंद्रीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों को 22 जनवरी 2024 को दोपहर 2:30 बजे तक आधे दिन बंद रखने की घोषणा की है.
राम मंदिर उद्घाटन को लेकर विपक्ष के नेताओं और शंकराचार्यों के रुख पर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा, "कुछ लोग राम मंदिर के विरोध की राजनीति कर रहे हैं और वे कह रहे हैं कि जो लोग समर्थन में हैं वे इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं. कांग्रेस ने कहा था कि वे प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे लेकिन अब उनके नेताओं ने हर जगह का दौरा किया. उनके एक नेता (राहुल गांधी) को एहसास हुआ कि वे गलती कर रहे हैं इसलिए उन्होंने कामाख्या मंदिर में शिव पूजा की घोषणा की. आप हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन कर रही है. सपा ने अपने पार्टी सदस्यों से सनातन पर टिप्पणी करने से परहेज करने को कहा. फारूक अब्दुल्ला की पार्टी कह रही है कि वे राम की वजह से हैं. मैंने शंकराचार्य से भी अनुरोध किया कि वे 'तीर्थ न्यास' को आशीर्वाद दें. उनका आशीर्वाद पूरी तरह से है."
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की अयोध्या में जोर शोर से तैयारियां चल रहीं हैं. इसी क्रम में भव्य कार्यक्रम से पहले अयोध्या नगरी को फूलों से सजाया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को लेकर छिड़े सियासी संग्राम के बीच सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि लोग तो अयोध्या का नाम लेने तक से डरते थे. उन्हें 60-70 साल मिले और असवर भी आए मगर वे अयोध्या के लिए कुछ नहीं कर पाए. सीएम योगी ने ये बातें हिंदी न्यूज चैनल 'आज तक' को दिए एक इंटरव्यू में कहीं. यूपी सीएम ने बताया, "हमने हर धर्माचार्य और आचार्य को...तीर्थक्षेत्र ने उन्हें आमंत्रण भेजा है. मुझे लगता है कि यह अवसर श्रेय का नहीं है. यह मौका मान-अपमान का नहीं है. फिर चाहे मैं हूं या सामान्य नागरिक है या फिर बड़ा से बड़ा धर्माचार्य...कोई भी प्रभु राम से बड़ा नहीं है. हम सब राम पर आश्रित हैं. भगवान हम पर आश्रित नहीं हैं. यह बात हमें ध्यान में रखनी होगी और हम सबकी व्यवस्था राम के बगैर नहीं चल सकती है."
उनके मुताबिक, "हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार है मगर हम तो आज भी विनम्र अनुरोध करेंगे (जिन्हें ट्रस्ट ने बुलाया है) कि वे पधारें. हम सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास न करें. हम पहले और आज की अयोध्या को देखें. हम समझें कि कैसे अयोध्या आज पुरातन वैभव के लिए स्थापित हुई है. ऐसा नहीं है कि लोगों को असवर नहीं मिला है. 75 साल तो मिले थे न...क्यों नहीं लोगों ने नहीं किया. लोग तो अयोध्या का नाम तक लेने से डरते थे."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (18 जनवरी, 2024) को राम मंदिर से जुड़ा डाक टिकट जारी किया और इस दौरान डाक टिकटों की एक बुलेट भी जारी की गई जिसमें 20 मुल्कों के डाक टिकट्स को शामिल किया गया है.
यूपी के अयोध्या में राम मंदिर में आज सभी 131 वैदिक दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि गर्भ गृह पहुंचेंगे. रामलला के विग्रह को गर्भगृह में स्थापित करने का मुहूर्त दोपहर 1.20 से 1.28 के बीच है. विशेष शुभ मुहूर्त में विग्रह स्थापित किया जाएगा और 24 अलग-अलग पद्धतियों से पूजन प्रक्रिया शुरू होगी. श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने इससे पहले बताया था कि अयोध्या में रामलला की मूर्ति बुधवार (17 जनवरी, 2024) रात राम मंदिर के गर्भगृह में लाई गई. प्रतिमा ट्रक से मंदिर लाई गई थी और वहां अंदर ले जाए जाने से पहले गर्भगृह में खास पूजा हुई थी.
यूपी के अयोध्या में राम मंदिर परिसर में रामलला का विग्रह लाए जाने के बाद क्रेन के उतारे जाने के दौरान का दृश्य.
राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा से पहले हेरिटेज हैंडवीविंग रीवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से वस्त्र दिए जाने से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ.
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के तहत गुरुवार (18 जनवरी, 2024) की शाम को तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास किया जाएगा.
उप्र सरकार राम भक्तों और पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से अयोध्या धाम के दर्शन कराएगी। सरकार प्रदेश के छह जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराने जा रही है। प्रमुख सचिव (पर्यटन) मुकेश मेश्राम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत इस महीने के अंत में लखनऊ से की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रदेश के छह जिलों से शुरू होने वाली हेलीकॉप्टर सेवा के लिए सेवा प्रदाता ऑपरेटर का चयन कर लिया गया है। पर्यटन विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि राम भक्तों और पर्यटकों को हेलीकॉप्टर सेवा गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा और आगरा से मिलेगी। आने वाले समय में प्रदेश के अन्य जिलों से भी इस सुविधा को जल्द शुरू किया जाएगा। प्रमुख सचिव पर्यटन मेश्राम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम भक्तों को हेलीकॉप्टर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे और इसी के तहत प्रदेश के छह जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है।
यूपी के राम मंदिर में पवित्र स्थान पर रामलला की प्रतिमा क्रेन की मदद से लाई गई थी. विश्व हिंदू परिषद के मीडिया इंचार्ज शरद शर्मा की ओर कुछ फोटो और वीडियो जारी किए गए थे जिनमें रामलला की बालरूप वाली मूर्ति में मंदिर में क्रेन से ले जाया जा रहा था. अंदर पहुंचने के बाद उसे गर्भगृह में ले जाया गया था.
अयोध्या के राम मंदिर को लेकर विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में स्विट्जरलैंड के स्की रिसॉर्ट शहर दावोस में भी काफी गहमागहमी देखने को मिली. वहां के श्रद्धालु अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन राम भजन आयोजित करने और दीये जलाने की योजना बना रहे हैं. वे इसके अलावा सरकारी और निजी क्षेत्र के कई वैश्विक कारोबारी लोग भारतीय प्रतिनिधिमंडल से इस बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. ये लोग यूपी के अयोध्या को बड़े धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने से सृजित कारोबारी और अवसरंचना जुड़े अवसरों के बारे में जानना चाहते हैं. डब्ल्यूईएफ वार्षिक बैठक-2024 से इतर समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि वह श्रद्धालुओं के समूह से मिलीं जिसने उनसे पूछा कि क्या वे भी राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह मना सकते हैं.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने बुधवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के नाम पर देश में ध्रुवीकरण की कोशिश की जा रही है. माकपा ने कहा कि राजनीतिक दलों को धर्म आधारित राजनीति में संलिप्त नहीं होना चाहिए. येचुरी मार्क्सवादी पार्टी के दिग्गज नेता रहे ज्योति बसु की 15वीं पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने कोलकाता आए थे.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक पार्टी को सांप्रदायिक सद्भाव और संविधान के सिद्धांतों की रक्षा के लिए काम करना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस ने अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन विभिन्न धर्मों के नेताओं के साथ एक सौहार्द रैली आयोजित करने की घोषणा की है. तृणमूल के कार्यक्रम के बारे में पूछने पर येचुरी ने कहा, ‘‘हर पार्टी को सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा के लिए अभियान चलाने का अधिकार है लेकिन ऐसे अभियान के नाम पर कोई प्रतिस्पर्धी सांप्रदायिकता नहीं होनी चाहिए. कोई राजनीतिक ध्रुवीकरण नहीं होना चाहिए.’’
वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने 22 जनवरी को अयोध्या में नए राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राम मंदिर ट्रस्ट के निमंत्रण को बुधवार को अस्वीकार कर दिया. ट्रस्ट को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि इस आयोजन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने हथिया लिया. उन्होंने कहा, ‘‘एक धार्मिक आयोजन को राजनीतिक अभियान में बदल दिया गया है।’’ वीबीए प्रमुख ने कहा कि उनके दादा डॉ. बी आर अंबेडकर ने चेतावनी दी थी कि अगर राजनीतिक दल जाति और धर्म को राष्ट्र से ऊपर रखेंगे तो स्वतंत्रता एक बार फिर खतरे में पड़ जाएगी.
राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार, प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान 21 जनवरी तक चलेंगे. 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए जरूरी हर अनुष्ठान होंगे. 121 ‘आचार्य’ अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं. राम मंदिर ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होने की उम्मीद है.
रामलला की मूर्ति को बुधवार रात राम मंदिर के गर्भगृह में लाया गया. श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने यह जानकारी. मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा हुई थी. मिश्रा ने बताया कि गुरुवार को गर्भगृह में मूर्ति स्थापित किए जाने की संभावना है. मूर्ति को एक ट्रक से मंदिर लाया गया. राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अनुष्ठान किए जा रहे हैं.
दिनांक 18 जनवरी 2024, गुरुवार को मध्याह्न 1:20 बजे संकल्प होगा. फिर गणेशाम्बिकापूजन, वरुणपूजन, चतुर्वेदोक्त पुण्याहवाचन, मातृकापूजन, वसोर्धारापूजन (सप्त घृत मातृका पूजन), आयुष्यमन्त्रजप, नान्दीश्राद्ध, आचार्यादिचऋत्विग्वरण, मधुपर्कपूजन, मण्डपप्रवेश, पृथ्वी- कूर्म- अनन्त- वराह-यज्ञभूमि-पूजन, दिग्ररक्षण, पञ्चगव्य - प्रोक्षण, मण्डपाङ्ग वास्तुपूजन, वास्तु बलिदान, मण्डप सूत्रवेष्टन, दुग्ध- धारा, जलधाराकरण, षोडशस्तम्भपूजनादि मण्डपपूजा (तोरण, द्वार, ध्वज, आयुध, पताका, दिक्पाल, द्वारपालादिपूजा), मूर्ति का जलाधि वास, गन्धादिवास और सायंकालिक पूजन एवं आरती होगी।
यूपी के अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को है. रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए विशेष पूजन चल रहा है. इसी के तहत 17 जनवरी, 2024 को भव्य जलयात्रा हुई. रामलला की मूर्ति की शोभायात्रा उत्साह के साथ पूरी हुई और मण्डप में आनन्द रामायण का पारायण शुरू हुआ.
अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कहा कि उस दिन दोपहर लगभग 12:30 बजे की मुहूर्त है. उन्होंने कहा कि पूजा की विधि शुरू हो गई है और शायद कल सुबह शायद रामलला गर्भगृह में होंगे.
अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कहा कि उस दिन दोपहर लगभग 12:30 बजे की मुहूर्त है. उन्होंने कहा कि पूजा की विधि शुरू हो गई है और शायद कल सुबह शायद रामलला गर्भगृह में होंगे.
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आम आदमी पार्टी (आप) की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से की है. बुधवार (17 जनवरी, 2024) को उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा- मैं जब दिल्ली सीएम और उनकी सरकार को देखता हूं (हर मंगल को सुंदरकांड पाठ और हनुमान चालीसा के पाठ के संदर्भ में) तब मैं वह ट्वीट (केजरीवाल को लेकर) किया था. बीजेपी-आरएसएस और आप में कोई फर्क नहीं है. आप उनका पाखंड देखिए...वे भी तो नरेंद्र मोदी के रास्ते पर चल रहे हैं. वह (सीएम केजरीवाल) भी वही करना चाह रहे हैं जो वह (पीएम मोदी) कर रहे हैं...अब प्रतिस्पर्धी हिंदुत्व की राजनीति अपनाई जा रही है.
एनसीपी चीफ शरद पवार के बाद राजद के संस्थापक लालू प्रसाद यादव ने भी साफ कर दिया है कि वह 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में नहीं जाएंगे. उन्होंने बताया, "हम राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाएंगे."
यूपी के प्रयागराज में अयोध्या स्थित राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर रोक लगाने की मांग को लेकर जनहित याचिका दाखिल की गई है. इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों प्राण प्रतिष्ठा पर रोक की मांग की गई है. गाजियाबाद के भोला दास की ओर से दाखिल याचिका में शंकराचार्य की आपत्तियों का हवाला देते हुए इसे सनातन परंपरा के खिलाफ बताया गया. आरोप है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा के चुनाव का लाभ उठाने के लिए यह आयोजन कर रही है.
जनहित याचिका में कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर शंकराचार्य की आपत्ति है. पौष महीने में कोई धार्मिक कार्यक्रम नहीं होते हैं और मंदिर भी अधूरा है. अपूर्ण मंदिर में किसी भी देवी, देवता की प्राण-प्रतिष्ठा नहीं हो सकती है और पीएम मोदी और सीएम योगी का इस प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होना संविधान के ख़िलाफ़ हैं. यह कार्यक्रम महज एक चुनावी स्टंट है. जनहित याचिका पर हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर मामले में कांग्रेस के राहुल गांधी को दृष्टिगत व मानसिक दोष हो गया है! प्राण प्रतिष्ठा आस्था, श्रद्धा और विश्वास का समारोह है. कार्यक्रम का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. देश यह बात समझता है पर आप नहीं? अटल सत्य यह है कि देश राममय हो चुका है! ऐसे में सदियों बाद रामभक्तों के भक्ति और आनंद में विघ्न नहीं डाला जाना चाहिए.
उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह के अंदर कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति स्थापित की जाएगी. 5 साल के रामलला की बाल रूप वाली इस प्रतिमा में वह कमल के फूल पर खड़े नजर आएंगे और उनके हाथ में धनुष और बाण भी रहेगा. अभी तक उस मूर्ति की झलक सामने नहीं आई है और 22 जनवरी, 2024 को प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के बाद उस प्रतिमा से पर्दा उठेगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सूबे के अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा, पांच छह साल पहले इस बात की कल्पना की गई थी पर आज यह हकीकत है. प्रभु की नगरी में जो कुछ भी आज दिख रहा है उसमें पीएम नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन और नेतृत्व है। डबल इंजन सरकार की तेजी से निर्णय लेने की क्षमता से ऐसा हुआ है। यही वजह है कि पर्यटकों के लिए अयोध्या शहर आने वाले दिनों में देश और दुनिया का सबसे प्रमुख शहर होने जा रहा है।
बैकग्राउंड
Ram Mandir Pran Pratishtha Poojan Highlights: उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या स्थित राम मंदिर के गर्भगृह में गुरुवार (18 जनवरी, 2024) को रामलला की मूर्ति रखी गई. दोपहर के समय विग्रह को विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद वहां स्थापित किया गया. कमल के फूल पर खड़े 5 साल के बाल रूप में भगवान भक्तों को दर्शन देते नजर आएंगे और इस दौरान उनके हाथ में धनुष और बाण भी रहेंगे. 22 जनवरी, 2024 को इसी मूर्ति में प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी.
शुभ मुहूर्त के हिसाब से दोपहर एक बजकर 20 मिनट से एक बजकर 28 मिनट तक चलने वाला संकल्प वाला पूजन पूरा हो चुका है. वैसे, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अयोध्या दर्शन मिशन पर तेज़ी से काम शुरू हो गया है.
समीक्षा के लिए आज (18 जनवरी, 2024) पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल अयोध्या पहुंच चुके हैं, जबकि राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े एक रोज पहले (17 जनवरी, 2024) से ही प्रभु श्रीराम की नगरी में हैं.
22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के बाद लाखों श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन कराने का प्लान बनाया गया है. एबीपी न्यूज संवाददाता के मुताबिक, अयोध्या दर्शन कंट्रोल रूम में टेक्निकल सेटअपल कंप्लीट कर लिया गया है और वहीं से दर्शनार्थियों का डेटा प्रोसेस किया जाएगा.
नीचे, कार्ड सेक्शन में जानिए राम मंदिर के उद्घाटन, प्राण-प्रतिष्ठा के पूजन से जुड़े बड़े और अहम अपडेट्सः
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