Ram Mandir Opening: बाबा साहेब, बाबू जगजीवन और कांशीराम के परिजनों से लेकर कारसेवकों के परिवार तक...इन्हें मिला राम मंदिर का न्योता
Ram Mandir Opening:22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले 'रामलला प्राण-प्रतिष्ठा' समारोह के लिए राम जन्मभूमि आंदोलन' के दौरान मारे गए कारसेवकों के परिवार के सदस्यों को भी न्योता दिया गया है.
Ram Mandir Pran Pratistha Ceremony: बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर, बाबू जगजीवन राम और कांशीराम के परिवार के सदस्यों और अनुसूचित जाति के अन्य प्रमुख लोगों को 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले 'रामलला प्राण-प्रतिष्ठा' समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है. सूत्रों ने गुरुवार (11 जनवरी) को यह जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि 'राम जन्मभूमि आंदोलन' के दौरान मारे गए कारसेवकों के परिवार के सदस्यों को भी इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद होंगे. सूत्रों ने कहा कि देशभर से किसानों, मजदूरों और हजारों संतों के भी समारोह में शामिल होने की उम्मीद है.
मंत्रियों को नहीं मिला निमंत्रण
सूत्र ने बताया, ''मेजबान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को छोड़कर, किसी अन्य मुख्यमंत्री को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है. सूत्रों ने यह भी बताया कि राज्य या केंद्र में मंत्री होने के नाते किसी भी नेता को आमंत्रित नहीं किया गया है.''
सूत्र ने कहा कि आमंत्रित लोगों की सूची में सुप्रीम कोर्ट के 3 रिटायर्ड चीफ जस्टिस, सेना के तीनों अंगों के रिटायर्ड प्रमुख, पूर्व राजदूत, शीर्ष नौकरशाह, प्रमुख पदों पर आसीन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी और 'नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लोग' शामिल हैं.
आदिवासी और खानाबदोश जातियों के प्रमुखों को भी न्योता
सूत्र ने कहा, ''प्रमुख राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और सभी दलों के अयोध्या स्थित प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है. समारोह में आदिवासी समुदाय और खानाबदोश जातियों के प्रमुख लोगों के साथ-साथ उद्योगपतियों और उद्यमियों को भी आमंत्रित किया गया है."
इन खास विभूतियों को भी भेजा निमंत्रण
सूत्र ने बताया, ''अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए कुछ स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों और भारत रत्न, परमवीर चक्र, पद्म पुरस्कारों से सम्मानित व्यक्तियों के साथ-साथ प्रमुख शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों, कवियों, कलाकारों, साहित्यकारों, किसानों, मजदूरों और खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया है.''
सूत्र ने कहा, ''कथाकारों, मठों और मंदिरों के न्यासियों, 150 से अधिक परंपराओं के पुजारियों, नेपाल के संत समाज के प्रमुख लोगों के साथ-साथ जैन, बौद्ध और सिख समुदायों के प्रतिनिधियों और प्रमुख दानदाताओं को भी आमंत्रित किया गया है.''
विदेशों में रहने वाले हिंदू समाज के 55 लोग भी आएंगे
सूत्रों ने बताया कि आमंत्रित लोगों में 50 अलग-अलग देशों में रहने वाले हिंदू समाज के 55 लोग शामिल हैं. राम मंदिर ट्रस्ट ने 22 जनवरी के समारोह के लिए आमंत्रित सभी लोगों के लिए भोजन, ठहरने और स्थानीय परिवहन की व्यवस्था की है.
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