राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी पीएम मोदी से मिले, भूमि पूजन में शामिल होने का दिया न्यौता- सूत्र
पदाधिकारियों के चयन के बाद गुरुवार को शाम नृत्यगोपालदास, चंपत राय, महंत गोविन्ददेव गिरी और ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य जाने-माने अधिवक्ता के परासरण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की.
नई दिल्लीः राम जन्मभूमि ट्रस्ट की पहली बैठक के बाद ट्रस्ट के चार प्रमुख पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. करीब 1 घंटे तक चली मुलाकात में पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री को ट्रस्ट के गठन और सरकार के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. सूत्रों की माने तो ट्रस्ट की अगली बैठक में मंदिर के भूमि पूजन की तिथि तय की जानी है जिसके लिए पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ना केवल आमंत्रित किया.
ट्रस्ट के पादधिकारियों ने पीएम मोदी से उनकी उपलब्धता के लिए समय भी देने के लिए कहा है. ताकि, अगली बैठक में प्रधानमंत्री की उपलब्ध तिथियों के अनुसार राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम निर्धारित किया जा सके.
पहली बैठक में पदाधिकारियों का हुआ चयन
गौरतलब है कि 19 फरवरी को दिल्ली में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में 2 अस्थाई सदस्य नृत्यगोपाल दास और चंपत राय को शामिल किया गया.
ट्रस्ट की पहली बैठक में ही पदाधिकारियों का भी चयन किया गया. जिसके बाद नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और चंपत राय को महामंत्री चयनित किया गया. जबकि महंत गोविंददेव गिरी को ट्रस्ट का कोषाध्यक्ष बनाया गया.
पदाधिकारियों ने पीएम मोदी से की मुलाकात
पदाधिकारियों के चयन के बाद गुरुवार को 5:30 बजे तीनों प्रमुख पदाधिकारी नृत्यगोपालदास, चंपत राय, महंत गोविन्ददेव गिरी और ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य जाने-माने अधिवक्ता के परासरण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की.
बताया जाता है यह मुलाकात औपचारिक थी. इस मुलाकात के दौरान ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री से मार्च और अप्रैल में उपलब्ध तिथियां भी मांगी है. ताकि मार्च के पहले सप्ताह में होने वाली ट्रस्ट की बैठक में भूमि पूजन की तिथि निर्धारित की जा सके.
'पीएम भी हों भूमि पूजन में शामिल'
पदाधिकारी चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं भूमि पूजन में शामिल हो. सूत्रों की मानें तो आज की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भूमि पूजन में आने का मौखिक न्योता भी दिया गया. है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार भी किया है.
माना जा रहा है मार्च के पहले सप्ताह में होने वाली बैठक में भूमि पूजन की तिथि तय कर ली जाएगी और उसी के बाद ट्रस्ट के पदाधिकारी औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री को निमंत्रण देंगे.
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