पणजी: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की गोवा यात्रा एक जोड़े के लिए काफी यादगार अनुभव बन गई. दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी दो दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन रविवार को मर्दोल में प्रसिद्ध महालसा नारायणी मंदिर गए. इस मंदिर में राष्ट्रपति ने एक नवविवाहित जोड़े को आर्शीवाद दिया. इस जोड़े की मंदिर में शादी हो रही थी.
दरअसल, पुर्तगाली शासन से गोवा की आजादी के 60 वर्ष पूरे होने के मौके पर राष्ट्रपति कोविंद शनिवार को कई समारोह में भाग लेने के लिए गोवा गए थे. इसके बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और उनकी पत्नी सुलक्षणा ने रविवार को राजभवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें एक 'लामण दिवा' और कुनबी साड़ी उपहार में दी. ये दोनों चीजें तटीय राज्य की पहचान, संस्कृति और समृद्ध इतिहास का प्रतीक हैं. ‘लामण दीवा’, पीतल का दीप होता है, जबकि कुनबी साड़ी गोवा में महिलाओं का पारंपरिक परिधान है.
इसके बाद रविवार को राष्ट्रपति मर्दोल पहुंचे. इस मौके पर राष्ट्रपति ने वहां शादी कर रहे नए जोड़े को आर्शीवाद दिया. इसको लेकर राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट किया. ट्वीट में लिखा, 'ऐसा अक्सर नहीं होता है कि एक मंदिर में विवाहस्थल और राष्ट्रपति का कार्यक्रम उसी समय और उसी दिन में एक साथ हो. लेकिन यह तब हुआ जब राष्ट्रपति कोविंद गोवा के महालसा मंदिर गए. उन्होंने नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया और इसे और अधिक यादगार बना दिया.'
इस मौके पर अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को विदाई दी. बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद पुर्तगाल के कब्जे से गोवा की आजादी की 60वीं वर्षगांठ समाराहों में भाग लेने के लिए राज्य की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे थे.
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