नई दिल्ली: बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को बीजेपी की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया गया था. आपको बता दें कि करीब एक महीना पहले रामनाथ कोविंद को शिमला में बने प्रेसिडेंट रिट्रीट के बाहर से ही वापस लौटना पड़ा था.
28 मई से लेकर 30 मई तक रामनाथ कोविंद हिमाचल प्रदेश में धूमने के लिए गए हुए थे. हिमाचल प्रदेश में रामनाथ राज्यपाल आचार्य देवरत के मेहमान बनकर ठहरे. अपनी इसी यात्रा के दौरान रामनाथ कोविंद प्रेसिडेंट रिट्रीट देखने के लिए पहुंचे, लेकिन इसके अंदर एंट्री नहीं मिलने के कारण उन्हें गेट से ही वापस लौटना पड़ा.
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के सलाहकार शशि कांत शर्मा ने बताया है, ''उन्हें प्रेसिडेंट रिट्रीट देखने की अनुमति नहीं मिली थी, लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा.'' साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने हमें प्रेसिडेंट रिट्रीट देखने की इच्छा के बारे में बताया होता तो हम उनके लिए यह व्यवस्था जरूर करवाते.
आपको बता दें कि शिमला के प्रेसिडेंट राष्ट्रपति रिट्रीट में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी हर साल गर्मियों की छुट्टियां मनाने जाते हैं. इस दौरान राष्ट्रपति कार्यलय के सभी कामकाज वहीं से होते हैं. लेकिन इस बार राष्ट्रपति चुनाव के चलते प्रणव मुखर्जी वहां नहीं गए.
जानें कौन हैं रामनाथ कोविंद
71 साल के रामनाथ कोविंद वर्तमान में बिहार के राज्यपाल हैं. 1977 से 1979 तक रामनाथ दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे. जबकि 1980 से 1993 तक सुप्रीम कोर्ट में वकालत की.
रामनाथ ने 1990 में बीजेपी में शामिल होकर लोकसभा चुनाव लड़ा. चुनाव तो हार गए लेकिन 1993 और 1999 में पार्टी ने इन्हें राज्यसभा भेज दिया गया. इस दौरान रामनाथ बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने.
अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में शुरू से ही अनुसूचित जातियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं की लड़ाई लड़ने वाले कोविंद इस वक्त बिहार के राज्यपाल हैं. उन्हें आठ अगस्त 2015 को बिहार का राज्यपाल बनाया गया था.