Hooghly Violence: हुगली बवाल को लेकर विरोध की तैयारी में थी BJP, कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में पुलिस ने हटाया मंच
Hooghly Voilence: पश्चिम बंगाल के रिषड़ा इलाके में चार ट्रेनों पर पथराव और बमबाजी हुई है. बीजेपी इस मामले को लेकर मंगलवार को इलाके में प्रदर्शन करने के मूड में है.
Hooghly Voilence: पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के रिषड़ा इलाके में चार ट्रेनों पर पथराव और बमबाजी की खबर सामने आई थी. एक और हिंसा की खबर सामने आने के बाद बीजेपी ने एक बार फिर टीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी शुरू कर दी है. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी विरोध प्रदर्शन के लिए जो मंच तैयारी कर रही थी वो पुलिस ने हटा दिया है. इस वक्त बीजेपी के कार्यकर्ता भी यंहा मौजूद थे. पुलिस इन्हीं कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के लिए पहुंची थी.
बता दें कि, इस घटना के बाद रिषड़ा रेलवे स्टेशन (Rishra Railway Station) से आने-जाने वाली सभी लोकल और मेल एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं को निलंबित करना पड़ा था. आरपीएफ की कार्रवाई के बाद अब ट्रेन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. ईस्टर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मिरोन ने कहा कि पथराव की घटना रिषड़ा स्टेशन पर ही हुई थी. किसी भी अप्रिय घटना या हिंसा को रोकने के लिए इलाके में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात किया गया है.
बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि "रिषड़ा जल रहा है" और पूरा राज्य प्रशासन दीघा में समुद्र तट पर छुट्टी का आनंद ले रहा है.
Stone pelting & bombing near Rishra Railway Station forced suspension of local & express train services on the Howrah-Bardhaman Line.
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) April 3, 2023
After RPF's action train services now have been restored.
Rishra is burning & the entire State Administration is enjoying beach holiday in Digha. pic.twitter.com/fIQddv5pWW
2 अप्रैल को हुगली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की शोभा यात्रा के दौरान हुई झड़पों के एक दिन बाद यह घटना सामने आई है. राज्य सरकार ने जिले में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर रखा है. इससे पहले हावड़ा में हुई हिंसा के बाद, पश्चिम बंगाल सरकार ने 31 मार्च को मामले की जांच सीआईडी (CID) को सौंप दी थी.
मामले में ताजा अपडेट
बढ़ती हिंसा को देख श्रीरामपुर में भी धारा 144 लागू कर दी गई है. अभी तक केवल रिषड़ा के इलाके में ही इसे लागू किया गया था. फिलहाल बीजेपी का दावा कर रही है कि वो अपना विरोध प्रदर्शन यही करने वाली है. शुभेंदु अधिकारी ने मामले को लेकर अपनी अर्जी में कलकत्ता हाईकोर्ट के दखल की मांग की है.