नई दिल्ली: बलात्कार और हत्या का दोषी राम रहीम के गुनाहों का हिसाब अभी पूरा नहीं हुआ क्योंकि राम रहीम के पाप की पिक्चर अभी बाकी है, और जेल में बैठा राम रहीम एक बार फिर बेचैन हो उठा है. ये बेचैनी कत्ल के उस इल्जाम की है जिसपर अदालत का फैसला आने वाला है. राम रहीम को डर है कि उसे एक बार फिर बड़ी सजा मिलेगी. इस डर से राम रहीम ने अदालत के जज को ही बदलने की गुहार लगाई थी. लेकिन एक बार फिर राम रहीम को करारा झटका लगा है.


जी हां, राम रहीम को पहले सीबीआई के स्पेशल कोर्ट से एक साध्वी के बलात्कार के गुनाह की सजा मिली थी. ये सजा 20 साल की थी. इसके बाद उसी अदालत ने राम रहीम को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का दोषी पाया. हत्या के इस केस में राम रहीम उम्र कैद की सजा मिली थी, लेकिन राम रहीम के लिए सजा का ये सिलसिला खत्म नहीं होने वाला है क्योंकि सीबीआई की विशेष अदालत में राम रहीम के खिलाफ चल रहा है कत्ल का एक और मामला और कत्ल के इस केस में भी राम रहीम को मिल सकती है एक और सजा.


राम रहीम की नई ट्रेजेडी को समझने से पहले रणजीत सिंह के बारे में जानना जरूरी है. रणजीत सिंह जो एक वक्त राम रहीम के डेरे का मैनेजर और उसका भक्त हुआ करता था, लेकिन 10 जुलाई 2002 को अचानक रणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का रहस्य बहुत गहरा था मगर हत्या के आरोप में राम रहीम के साथ उसका सहयोगी कृष्ण लाल भी फंसा है.


रणजीत सिंह की हत्या कैसे और क्यों हुई ये जानने से पहले आपको यह जानना जरूरी है हत्या का ये मामला भी सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में चल रहा है. राम रहीम इस बात से बेहद घबराया हुआ है, क्योंकि इससे पहले साध्वी से बलात्कार और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का मामला भी सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में चला था और दोनों मामले में माननीय जज जगदीप सिंह ने ही राम रहीम को सजा सुनाई थी. अब रणजीत सिंह की हत्या के केस का फैसला भी जज जगदीप सिंह सुनाने वाले हैं.


यानी अदालत वही और जज भी वही. इस बात से राम रहीम इस कदर फिक्र में डूबा था कि उसने अदालत से जज को बदलने की अपील की थी. राम रहीम की तरफ से दलील ये दी गई कि चूंकि पहले के दो मामले में भी वही जज फैसला सुना चुके हैं. इसलिए अब राम रहीम चाहता है कि तीसरे मामले यानी रणजीत सिंह मर्डर केस की सुनवाई कोई और जज करें.


राम रहीम की तरफ से दायर की गई याचिका में कहा गया था कि राम रहीम के खिलाफ पहले ही दो मामलों में जज जगदीप सिंह सजा सुना चुके हैं, इसलिए वो तीसरे मामले यानी रणजीत सिंह की हत्या के केस की सुनवाई सीबीआई के विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह से नहीं करवाना चाहते हैं. यानी जज को बदल दिया जाय लेकिन सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम की इस याचिका को खारिज कर दिया. जाहिर है सीबीआई का ये फैसला राम रहीम के लिए बड़ा झटका है. अब रणजीत सिंह की हत्या केस की अगली सुनवाई 14 दिसंबर को होगी और माना जा रहा है कि जल्द ही हत्या के इस मामले मे भी अदालत सुना देगी.


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