हरियाणा हिंसा: साक्षी महाराज का विवादित बयान- आगे इससे भी बड़ी घटनाएं घटती हैं तो कोर्ट भी होगा जिम्मेदार
हिंसा के लिए कोर्ट को जिम्मेदार बताते हुए साक्षी महाराज ने कहा, ''एक आदमी यौन शोषण का आरोप लगा रहा है. ये पूर्वाग्रह भी हो सकता है, कुछ लोभ या लालच भी हो सकता है. भारतीय संस्कृति की छवि को धूमिल करने का षडयंत्र है. ये योजनाबद्ध तरीके से की जा रही है साजिश है.''
नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट से 15 साल पुराने रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद पंचकूला और सिरसा में जमकर हिंसा हुई. इस हिंसा में अभी तक 30 लोगों के मारे जाने की पुष्टि भी हो चुकी है. इस बीच बीजेपी के उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने विवादित बयान दिया है.
ये भारतीय संस्कृति को धूमिल करने की साजिश- साक्षी महाराज हिंसा के लिए कोर्ट को जिम्मेदार बताते हुए साक्षी महाराज ने कहा, ''एक आदमी यौन शोषण का आरोप लगा रहा है. ये पूर्वाग्रह भी हो सकता है, कुछ लोभ या लालच भी हो सकता है. भारतीय संस्कृति की छवि को धूमिल करने का षडयंत्र है. ये योजनाबद्ध तरीके से की जा रही है साजिश है.''
आगे कुछ बड़ा हुआ तो कोर्ट भी जिम्मेदार- साक्षी महाराज साक्षी महाराज ने कहा, ''एक आदमी शिकायत कर रहा है लेकिन करोड़ों लोग भगवान मान रहे हैं और उसके लिए जान देने को भी तैयार है. हाई कोर्ट को इस बात को गंभीरता से लेना चाहिए. अगर इससे भी बड़ी घटनाएं होती हैं तो उसके लिए सिर्फ डेरा के लोग जिम्मेदार नहीं होंगे बल्कि न्यायालय भी जिम्मेदार होगा. उन्होंने आगे कहा, ''जब किसी आदमी की अस्मिता खतरे में होती है तो फिर करो या मरो का रास्ता अपनाना पड़ता है.''
क्या है कोर्ट का फैसला? 15 साल पुराने साध्वी से रेप के मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया है. सजा का एलान 28 अगस्त को होगा. अदालत के इस फैसले के तुरंत बाद गुरमीत राम रहीम को हिरासत में ले लिया गया. जानकारी के मुताबिक गुरमीत राम रहीम को रोहतक में रखा जाएगा. रोहतक में राम रहीम के लिए स्पेशल जेल बनायी गयी है.
क्या है पूरा मामला ? साल 2002 में गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे थे. इसके बाद इसकी जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी थी. एक साध्वी ने राम रहीम पर यौन शौषण का आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था. इसके बाद हाई कोर्ट ने 24 सितंबर 2002 को सीबीआई को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा था.
खट्टर ने नहीं दिया जवाब, सवाल पर भड़के ABP NEWS के सवालों पर हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा 'अब तक 22 लोगों के शवों को बरामद किया गया है और गोली चलाने वाले उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है. उपद्रवियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. धारा 144 कैसे टूटी? सीएम खट्टर ने इसका जवाब नहीं दिया. इतना ही हिंसा पर एबीपी न्यूज़ के सवाल पर सीएम खट्टर भड़क गए.
य़हां सुनें साक्षी महाराज का विवादित बयान