नई दिल्लीः रोहतक में सीबीआई की विशेष अदालत ने आज रेप के दोषी गुरमीत राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई है. कड़ी सुरक्षा के बीच रोहतक की सुनारिया जेल में ही विशेष अदालत लगाई गई जिसमें जज जगदीप सिंह ने डेरा सच्चा सौदा के मुखिया और बलात्कारी राम रहीम को सजा सुनाई. सजा सुनते ही राम रहीम जमीन पर बैठकर रोने लगा. ये सजा सुनाने के लिए जज को हेलिकॉप्टर से पंचकूला से रोहतक तक लाया गया.



15 साल पहले साल 2002 में एक साध्वी ने अज्ञात चिट्ठी भेजकर बाबा पर रेप का आरोप लगाया था. आज 15 साल बाद राम रहीम को उसके कुकर्मों की सजा मिली है. सजा का ऐलान होने से पहले ही डेरा समर्थकों ने सिरसा में हिंसा शुरु कर दी और दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.


एबीपी न्यूज संवाददाता जगविंदर पटियाल ने बताया कि सजा सुनाने के दौरान गुरमीत राम रहीम सफेद रंग की पोशाक में था और आंखों में आंसू लिए जज से रहम की मांग कर रहा था. राम रहीम को बचाने के लिए वकील ने समाजसेवी होने की दलील दी. लेकिन तमाल दलीलों को खारिज करते हुए जज ने गुरमीत राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई. सजा सुनते ही राम रहीम जमीन पर बैठकर रोने लगा.


25 अगस्त को आया था फैसला
25 अगस्त को साध्वी से रेप के 15 साल पुराने मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया था. इसके बाद रेप डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों ने हरियाणा-पंजाब में जमकर हिंसा की है.इस हिंसा में मरने वालों की संख्या अबतक 38 पहुंच गई है. पंचकूला में 32 और सिरसा में 6 लोगों की मौत हुई है.


हाईकोर्ट ने सरकार को दिए निर्देश
25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों ने भारी हिंसा की. जिसमें 38 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है. इसे देखते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को आज के लिए खास इंतजाम करने को कहा था. हाईकोर्ट ने कहा कि जज को हवाई रास्ते से जेल ले जाया जाए. सीबीआई अदालत के जज के जाने के लिए पूरी व्यवस्था की जाए. जेल में ज्यूडिशिय़ल ऑफिसर, स्टाफ की सुरक्षा व्यवस्था हो. सजा से पहले रोहतक के उपायुक्त ने कहा था कि उपद्रवियों ने यदि चेतावनी को नहीं माना तो उन पर गोलियां चलाई जा सकती हैं.