Bharat Jodo Nyay Yatra: राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल बीजेपी पर हमला करते हुए कह रहे हैं कि वो इसका इस्तेमाल चुनावी फायदे के लिए कर रही है. इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर सामने आया कि 22 जनवरी यानी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह वाले दिन वो क्या करेंगे.


एबीपी न्यूज को सूत्रों ने बताया कि 22 जनवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी असम में स्थित शिव मंदिर और कामाख्या मंदिर जा सकते हैं. इस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा नगालैंड (Nagaland) में है. 


मंगलवार (16 जनवरी) को ही राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ''आरएसएस और बीजेपी ने 22 जनवरी के कार्यक्रम को पूरी तरह से राजनीतिक, नरेंद्र मोदी फंक्शन' बना दिया है. यह आरएसएस और बीजेपी का कार्यक्रम बन गया है. यह ही कारण है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे.''


उन्होंने आगे कहा, ''जो सच में धर्म को मानते हैं, वो धर्म के साथ निजी रिश्ता रखते हैं. वे अपने जीवन में धर्म का प्रयोग करते हैं. जो धर्म के साथ पब्लिक रिश्ता रखते हैं, वो धर्म का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं. मैं अपने धर्म का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करता हूं. मैं अपने धर्म के सिद्धांतों पर जिंदगी जीने की कोशिश करता हूं. इस कारण मैं लोगों की इज्जत करता हूं, अहंकार से नहीं बोलता और नफरत नहीं फैलाता. ये मेरे लिए हिंदू धर्म है.'' 


राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो शेयर कर लिखा, ''भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से हम देश के समक्ष एक वैकल्पिक विजन रख रहे हैं. एक तरह ‘नफरत और अन्याय की विचारधारा है और दूसरी तरफ भाईचारे और न्याय की. 


उन्होंने आगे कहा, ''जहां देश के संसाधनों पर सिर्फ कुछ लोगों का कब्जा है, वहां हम सबकी हिस्सेदारी चाहते हैं. यह तभी संभव है जब हम राजनीति का धर्म निभाएं. धर्म की राजनीति न करें.  हमारे धार्मिक आदर्शों का उपयोग राजनीतिक फायदे के लिये नहीं, एक न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए हो इसी में देश का हित है.''






कांग्रेस ने समारोह में शामिल होने से मना किया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी की ओर से पार्टी ने बयान जारी कर बताया था कि तीनों नेता समारोह में शामिल नहीं होंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी चुनावी लाभ के लिए इसका उपयोग कर रही है. 


ममता बनर्जी ने भी बनाया ये प्लान
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन 22 जनवरी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कोलकाता में सभी धर्मों के लिए एक 'सद्भाव रैली' करेंगी. इसके अलावा वो वह कालीघाट मंदिर में देवी काली की पूजा करने के बाद दक्षिण कोलकाता के हाजरा चौराहे से जुलूस की शुरुआत करेंगी. 


बता दें कि समारोह में पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ सहित विभिन्न क्षेत्र से आने वाली हस्तियां शामिल होगी. 


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