Ram Temple: यूपी के अयोध्या में बन रहे भगवान राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है. विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल हमले करते हुए कह रहे हैं कि पीएम मोदी इसका इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं.
चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी कुछ भी करें, लेकिन मतदाता हमारे साथ हैं. वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि ये इनकी इलेक्शन की तैयारी है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने सवाल उठाए कि सिर्फ एक ही पार्टी को ही क्यों बुलाया गया.
दरअसल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों ने पीएम मोदी से मिलकर उन्हें श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए बुधवार (25 अक्टूबर) को आमंत्रित किया. यह कार्यक्रम अगले वर्ष 22 जनवरी को होने की उम्मीद है.
संजय राउत ने क्या कहा?
संजय राउत ने कहा कि राम मंदिर तो बनना ही था. उन्होंने कहा, ''पीएम मोदी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बुलाने की जरूरत ही नहीं. पीएम होने के नाते तो वो जाएंगे ही. इतना बड़ा प्रोग्राम कौन ही छोड़गा. राम मंदिर तो बनना ही था जो कि हो रहा है. इसमें हजारों कारसेवकों की जान गई. राम मंदिर को बनाने के आंदोलन को लेकर हिंदुत्ववादी संगठन और पार्टी इसमें शामिल थी. शिवसेना, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने आंदोलन में हिस्सा लिया था. लाल कृष्ण अडवाणी ने रथ यात्रा निकाली. इसका ही परिणाम है कि राम मंदिर बन रहा है. मुझे लगता है कि चुनाव आ रहा है.''
कांग्रेस क्या बोली?
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि क्या राम मंदिर बीजेपी का मंदिर है. ये हमारे देश के हर शख्स का मंदिर है. मुझे खुशी है कि राम मंदिर बन रहा है. वहीं सलमान खुर्शीद ने कहा कि भगवान राम क्या सिर्फ एक ही पार्टी तक सीमित रह गए हैं. निमंत्रण तो सभी पार्टियों को देना चाहिए है. क्या ये एक पार्टी का प्रोग्राम है. मेरी समझ से बाहर है.
डीएमके ने भी किया हमला
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री डीएमके के नेता टीकेएस एलनगोवन ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ''मैं क्या कहूं. ये इतिहास को ध्वस्त कर उसकी जगह पौराणिक कथाओं को ला रहे हैं. किसी भी देश को अपने इतिहास पर गर्व होना चाहिए. ऐसे में इतिहास जानिए.''
उन्होंने कहा, ''राम का जन्म पौराणिक कथा है. यह रामायण की कहानी है. यह साहित्य है. वे इतिहास को पौराणिक कथाओं से बदलना चाहते हैं. बीजेपी को श्रीराम में कोई दिलचस्पी नहीं है.'' बता दें कि अगले साल लोकसभा चुनाव है. इसके अलावा नवंबर में ही तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव है.
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
पीएम मोदी ने‘एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर जय सियाराम करते हुए लिखा, ''आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है. अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे. उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है. मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा.''
इनपुट भाषा से भी.
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