Statue of PM Modi at Ram Mandir: गुजरात के अंकलेश्वर में एक स्क्रैप व्यापारी मोहनलाल गुप्ता ने कथित तौर पर अपने अवैध निर्माण को प्रशासन की कार्रवाई से बचाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है. गुप्ता ने अवैध निर्माण के ऊपर भगवान राम का मंदिर बना दिया. इस मंदिर के साथ वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मूर्तियां भी भगवान राम के चौकीदार के रूप में बनवा दीं. 


मोहनलाल गुप्ता उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. उन्होंने पिछले साल अंकलेश्वर में एक बिल्डिंग खरीदी थी, जिसके ऊपर उन्होंने कथित तौर पर एक अवैध मंजिल का निर्माण और करवा दिया. इसकी शिकायत अंकलेश्वर के गडकोल गांव की जनता नगर सोसाइटी में रहने वाले मनसुख रखासिया ने भरूच-अंकलेश्वर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (BAUDA) को कर दी थी. BAUDA के अधिकारी बिल्डिंग का मुआयना कर के निकले, वैसे ही गुप्ता ने कथित तौर पर उस अवैध मंजिल की छत पर मंदिर बनवा दिया. 


अवैध निर्माण के ऊपर बिना इजाजत मंदिर बनवाने की नई शिकायत जैसे ही BAUDA के अधिकारियों को मिली तो वो मौके पर पहुंचे और दंग रह गए. अब BAUDA ने गुप्ता को जरूरी दस्तावेज जमा कराने के लिए सात दिन का समय दिया है. वहीं मोहनलाल गुप्ता का कहना है कि उसने ये मकान जितेंद्र ओझा से खरीदा था और वो पहले ही गडकोल ग्राम पंचायत से निर्माण को लेकर इजाजत ले चुके हैं. उनका कहना है कि कुछ लोग जलन के कारण उनकी गलत शिकायत कर रहे हैं. 


BAUDA ने नहीं लिया एक्शन तो रखासिया ने CM पटेल से कर दी शिकायत


मोहनलाल गुप्ता का कहना है कि उन्होंने बिल्डिंग के कुछ हिस्से को तोड़कर निर्माण किया है. वहीं उनकी शिकायत करने वाले रखासिया का कहना है कि बिना इजाजत निर्माण की पहली शिकायत 11 जुलाई 2023 को दर्ज कराई गई थी. उनका कहना है कि मोहनलाल गुप्ता के अलावा भी इस शिकायत में अन्य अवैध निर्माणों का जिक्र था. हालांकि इस शिकायत पर कोई विशेष कार्रवाई न होने पर रखासिया ने दूसरी शिकायत 1 दिसंबर को दर्ज कराई. इस शिकायत के बाद BAUDA के अधिकारी 21 दिसंबर को मोहनलाल गुप्ता के घर जांच के लिए पहुंचे.




1 जनवरी को रखासिया ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को पत्र लिखा और अवैध निर्माण करने वालों के साथ-साथ BAUDA के खिलाफ भी सख्त एक्शन लेने की मांग की. इसके बाद रखासिया ने अवैध निर्माण पर बने मंदिर के लिए गांववालों को भेज गए निमंत्रण पत्र और वहां मनाए गए जश्न की तस्वीरें और वीडियो BAUDA को भेजे. जिसके बाद BAUDA की टीम मंगलवार को मोहनलाल गुप्ता के घर जांच के लिए पहुंची. 


रखासिया का आरोप- कार्रवाई से बचने के लिए बनाईं PM मोदी-CM योगी की मूर्ति


इस पूरे प्रकरण पर BAUDA के टाउन प्लानर इंचार्ज नितिन पटेल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि गुप्ता को प्लॉट के जरूरी कागजात जमा कराने के लिए सात दिन का समय दिया गया है. उन्होंने बताया की पूरी बिल्डिंग का नया निर्माण नहीं हुआ है, कुछ हिस्से पर निर्माण किया गया है. सात दिन बाद कागजात के आधार पर आगे का एक्शन लिया जाएगा. मंगलवार की जांच को लेकर उन्होंने बताया कि गुप्ता ने अपनी पत्नी के नाम पर वो इमारत खरीदी थी, जो कि एक मंजिला थी, लेकिन हमारी टीम को वहां एक और मंजिल का निर्माण मिला, जिसकी छत पर एक मंदिर भी था. 


'मैं तो अयोध्या में भी बनाना चाहता हूं पीएम मोदी और सीएम योगी की प्रतिमा'


रखासिया का कहना है कि अवैध निर्माण के ऊपर मंदिर और पीएम मोदी-सीएम योगी की मूर्ति बनाना मोहनलाल गुप्ता की एक चाल है, जिससे कि उसके अवैध निर्माण को न तोड़ा जा सके. वहीं गुप्ता का कहना है कि उसने घर की छत पर मंदिर और पीएम मोदी-सीएम योगी की मूर्तियां बनवाई हैं. वहीं मोहन गुप्ता का कहना है, 'मेरी इच्छा थी कि प्रभु श्री राम 500 साल बाद अयोध्या में विराजमान हुए हैं और मैं वहां जा नहीं सका तो मैंने खुद यहां राम दरबार का मंदिर बना दिया. मैंने योगी जी और मोदी जी की प्रतिमा इसलिए बनवाई क्योंकि हमारे भगवान को बसाने वाले वो ही दोनों हैं. अगर मुझे प्रशासन इजाजत देता है तो मैं अयोध्या में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा बनाने की इच्छा रखता हूं. 


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