नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए केंद्र सराकर ने एक ट्रस्ट बनाने का फैसला किया. इसका एलान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में किया. अब इस ट्रस्ट के सदस्यों के नाम का एलान किया गया है. इसमें 15 लोगों के नाम का एलान किया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने 9 फरवरी तक ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया था.


कौन-कौन होंगे सदस्य


1. के परासरन (सुप्रीम कोर्ट के वकील)
2. शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वतीजी (प्रयागराज)
3. जगतगुरु मधवाचार्य स्वामी (कर्नाटक के पेजावर मठ के पीठाधीश्वर)
4. युगपुरुष परमानंद जी महाराज (अखंड आश्रम प्रमुख, हरिद्वार)
5. स्वामी गोविंद देव गिरि (प्रवचनकर्ता)
6. विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र (अयोध्या राजपरिवार के वंशज)
7. डॉ. अनिल मिश्र (होम्योपैथिक डॉक्टर)
8. कामेश्वर चौपाल (पटना)
9. महंत दिनेंद्र दास (निर्मोही अखाड़ा, अयोध्या)
10. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित
11. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित
12. केंद्र का प्रतिनिधि
13. राज्य का प्रतिनिधि
14. अयोध्या के डीएम
15. ट्रस्टी द्वारा नामित चेयरमैन


के परासरन का घर होगा ट्रस्ट का स्थायी पता


सरकार ने जिस राम मंदिर ट्रस्ट का गठन किया है. उस ट्रस्ट का अधिकारिक पता के परासरन का मकान ही होगा. राम मंदिर का सालों तक सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा लड़ने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता के परासरन का मकान R-20 ग्रेटर कैलाश पार्ट वन, नई दिल्ली पर स्थित है.


गौरतलब है कि केंद्रीय कैबिनेट ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए अयोध्या में मंदिर के निर्माण के लिए ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन के प्रस्ताव को आज मंजूरी दे दी. पीएम मोदी ने लोकसभा में बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया. यह ट्रस्ट अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा.


ट्रस्ट की घोषणा के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘प्रभु श्रीराम के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर के निर्माण के उद्देश्य से एक स्वायत्त ट्रस्ट का गठन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद. यह ट्रस्‍ट सभी निर्णय लेने में सक्षम होगा.’’ उन्होंने ट्वीट किया, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को प्रभु श्री राम के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर बनाने के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट का गठन करने के लिये कोटिशः धन्यवाद.’’ उन्होंने कहा, ‘‘‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट पूरी तरह स्वतंत्र एवं मंदिर निर्माण से संबंधित सभी निर्णय लेने में सक्षम होगा. जय श्री राम!'