चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के संभावित प्रत्याशियों के नाम एक भावुक पत्र लिखा है. पत्र में चिराग पासवान ने फिलहाल बिहार नहीं आ पाने की अपनी विवशता की जानकारी दी है. चिराग पासवान ने लिखा है कि उनके पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान दिल्ली के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं और उनका ज्यादा समय उन्हीं की देखभाल में बीत रहा है. चिराग का कहना है कि उनके पिता ने उन्हें कई बार बिहार जाने की सलाह दी है लेकिन उनकी तबीयत को देखते हुए ऐसा कर पाना मुमकिन नहीं हो रहा है.


रामविलास पासवान 24 अगस्त से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती हैं शुरुआत में वह रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती हुए थे लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ गई है और अब वो आईसीयू में भर्ती हैं. चिराग पासवान के मुताबिक़ राम विलास पासवान बीमारी से लड़ रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि रामविलास पासवान जल्द स्वस्थ होकर सबके बीच आएंगे.


सीटों के बंटवारे पर अबतक कोई चर्चा नहीं हुई


अपने खुले पत्र में चिराग पासवान ने बिहार में राजनीति को लेकर भी बात रखी है. लोजपा अध्यक्ष ने यह साफ किया है कि अब तक बिहार में एनडीए के साथियों से सीटों के तालमेल और बिहार के भविष्य को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है. एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.


सात निश्चय एनडीए का एजेंडा नहीं


चिराग पासवान के पत्र से यह भी साफ हो रहा है कि अब तक नीतीश कुमार को लेकर उनकी तल्खी में कोई कमी नहीं आई है. अपने खुले पत्र में चिराग ने लिखा है कि फिलहाल बिहार सरकार जिस सात निश्चय कार्यक्रम पर काम कर रही है वह एनडीए का एजेंडा नहीं है. चिराग का कहना है कि 2015 चुनाव में सात निश्चय कार्यक्रम महागठबंधन का एजेंडा था ना कि बीजेपी और एलजेपी का . उस वक्त महागठबंधन में जेडीयू के साथ आरजेडी और कांग्रेस थी.