ABP न्यूज़ से बोले पासवान, लॉकडाउन के दौरान देश में अनाज सप्लाई में कोई कमी नहीं
रामविलास पासवान ने कहा कि देश में अनाज की कोई कमी नहीं है.लॉकडाउन के चलते देश में अनाज की कमी हो गई है इसको लेकर विपक्ष उनकी आलोचना कर रहा है.
नई दिल्ली: अनाज की सप्लाई को लेकर विपक्ष की आलोचना के बीच खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने दोहराया है कि देश में अनाज की कोई कमी नहीं है. पासवान ने ये जरूर माना कि लॉकडाउन की शुरुआत में दाल की सप्लाई को लेकर थोड़ी दिक्कत आ रही थी लेकिन दावा किया कि अब हालात काफी सुधर गए हैं. इस सम्बन्ध में रामविलास पासवान ने एबीपी न्यूज़ के सवालों का जवाब दिया.
लॉकडाउन के दौरान अनाज सबसे बड़ी चुनौती
लॉकडाउन के दौरान देश में लोगों को अनाज मुहैया करवाना सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है. सरकार ने खाद्य सुरक्षा कानून के तहत आने वाले 81 करोड़ लोगों को उनके कोटे के सस्ते अनाज के अलावा तीन महीने तक मुफ्त पांच किलो अनाज और एक किलो दाल देने का फैसला किया है. ऐसे में अनाज की उपलब्धता को लेकर उठ रहे सवालों पर खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने सफाई दी है.
देश में अनाज की कमी नहीं
पासवान ने आश्वस्त किया है कि देश में अनाज की कोई कमी नहीं है. रामविलास पासवान ने एबीपी न्यूज़ से कहा देश में फिलहाल 564 लाख टन अनाज है. जिसमें 284 लाख टन चावल और 280 लाख टन गेहूं है.
सरकार का लक्ष्य 100 लाख टन चावल खरीदने का
पासवान ने कहा कि देश में गेहूं और अन्य रबी फसलों की कटाई के बाद उनकी खरीद भी शुरू हो गई है. 15 अप्रैल से शुरू हुई खरीद के लिए तीन महीने का समय रखा गया है. सरकार का लक्ष्य किसानों से 400 लाख टन गेहूं और 100 लाख टन चावल खरीदने का है.
हालांकि पासवान ने ये जरूर माना कि पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत खाद्य सुरक्षा कानून के सभी लाभर्थियों को एक किलो मुफ्त दाल देने का जी ऐलान हुआ था उसमें शुरुआत में दिक्कत आ रही थी. उसकी सबसे बड़ी वजह ये थी कि केंद्र से राज्यों को साबुत दाल दी जा रही था. जिसे पिसाई के बाद खाने के काम में लाया जाता है. लेकिन लॉकडाउन के चलते कई राज्य सरकारों ने पिसाई की समस्या बता कर ऐसी दाल लेने से इनकार कर दिया.
काफी हद तक दूर हो चुकी है दिक्कत
हालांकि उन्होंने दावा किया कि अब दिक्कत काफी हद तक दूर हो गई है लेकिन यूपी , बिहार और ओड़िशा जैसे राज्यों में अभी भी कुछ समस्याएं हैं. उनके मुताबिक राज्यों को कुल मिलाकर 1 लाख 95 हजार टन दाल की जरूरत थी. अबतक 1 लाख 25 हजार टन भेजा जा चुका है. जिसमें से 55 हजार टन राज्यों तक पहुंच गई है. पासवान ने कहा कि सरकार के पास स्टॉक में करीब 35 लाख टन दाल मौजूद है.
मजेदार बात ये है कि लॉकडाउन के चलते सोशल डिस्टेंसिंग की कोशिशों के तहत रामविलास पासवान ने मोबाइल से ही रिकॉर्ड कराकर अपना बयान एबीपी न्यूज़ को दिया.
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