Chirag Paswan Exclusive: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के दिवंगत संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पहली बरसी पर उनकी पत्नी रीना पासवान और बेटे चिराग पासवान ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. इस दौरान दोनों ने परिवार में पड़ी फूट पर चर्चा की. चिराग ने कहा कि एलजेपी यूपी में भी चुनाव लड़ेगी हालांकि उन्होंने गठबंधन को लेकर पत्ते नहीं खोले.
चिराग पासवान ने पिता को याद करते हुए कहा, ''मैंने कभी नहीं सोचा था कि कभी ऐसा दिन आएगा जब उनके बिना जीना पड़ेगा. दुख इस बात का है कि पिछले एक साल में समय ही नहीं मिला कि हम उन्हें बैठकर याद करें. चुनाव हुआ और फिर परिवार में व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं की लड़ाई शुरू हुई. पिता ने खून पसीने से पार्टी बनाई. लड़ाई को उनकी गैरमौजूदगी में लड़ पा रहा हूं, ये उन्हीं का आशीर्वाद है. मैं जीतूंगा.''
वहीं रीना पासवान ने कहा, ''परिवार में फूट से उन्हें (रामविलास पासवान) बहुत तकलीफ हुई होगी. इस घर में आए 44 साल हो गए, परिवार को मैंने जोड़कर रखा. हर सुख-दुख की घड़ी में मैं खड़ी रही. मुझे कुछ दुनिया नजर ही नहीं आती थी. पशुपति पारस, रामचंद्र, उनका परिवार और मेरी दोनों देवरानी ही हमारी दुनिया थी. पता नहीं क्यों परेशानी हुई. उनको (पशुपति पारस) बस मंत्री बनना था, इसलिए सबकुछ तबाह कर दिया. मेरे पास आते और बोलते कि मुझे मंत्री बनना है. सबकुछ तय कर लेते. मैंने बात की कोशिश की. लेकिन फोन तक नहीं उठाते थे.''
उन्होंने परिवार में टूट के लिए सौरभ पांडेय को जिम्मेदार ठहराए जाने पर कहा, ''कोई बात थी तो हमसे आकर बात करते. अगर सौरभ पांडेय से दिक्कत होती तो वह बताते. उनका कहना था कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से क्यों हटाया गया? जबकि साहब ने ही उन्हें हटाया था.''
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि पिता चाहते थे कि एलजेपी अकेले चुनाव लड़े. रामविलास पासवान की मौत के लिए उन्हें और चिराग पासवान को जिम्मेदार ठहराए जाने पर रीना पासवान ने कहा कि जब उन्होंने (पशुपति पारस) आरोप लगाए तो मैं फूट-फूटकर रोई. मैंने कहा कि मुझे गोली मार दीजिए, मेरे बेटे को गोली मार दीजिए. लेकिन इस तरह की बात नहीं कीजिए.
चिराग पासवान ने बिहार की कुशेश्वर स्थान और तारापुर सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कहा कि मैंने उम्मीदवार उतारे हैं. बिहार यात्रा के दौरान काफी समर्थन मिला. जिन्होंने पापा को धोखा दिया जेडीयू-नीतीश कुमार ने, उनकी जीत कभी नहीं होगी.
उन्होंने गठबंधन को लेकर कहा कि मेरी प्राथमिकताएं गठबंधन से ज्यादा अपने संगठन को मजबूत करने पर है. ताकि एलजेपी उसी वर्चस्व के साथ चुनावी मैदान में उतर सके. चिराग ने कहा कि हर कोई मेहनत कर रहा है. जो जनता के दिल में उतर जाएगा. मेरी पार्टी यूपी में चुनाव लड़ेगी.