रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज नामांकन के आखिरी दिन मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत सभी बीजेपी प्रत्याशियों ने नामांकन किया. खास बात ये रही कि रमन सिंह का नामांकन करवाने के लिए साथ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे. रमन सिंह ने नामांकन दाखिल करने से पहले योगी आदित्यनाथ के पैर भी छुए. छत्तीसगढ़ में योगी की एंट्री का मतलब है कि बीजेपी को जिताने का जिम्मा अब योगी आदित्यनाथ के कंधे पर आ गया है. योगी आदित्नाथ को हिंदुत्व छवि के नेता माने जाते हैं. रमन सिंह विकास के नेता है लेकिन हिंदुत्व और विकास की केमेस्ट्री से लड़ेगी बीजेपी चुनाव.


राहुल पर कांग्रेस नेता विश्वास नहीं करते, जनता कैसे करेगी: योगी आदित्यनाथ
इस मौके पर राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ से बीजेपी को उखाड़ फेंकने के बयान पर योगी आदित्यनाथ ने हमला बोला. योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''राहुल गांधी को खुद यहां चुनाव लड़ना चाहिए, उन्हें अंदाजा हो जाएगा. राहुल गांधी पर विश्वास तो खुद कांग्रेस के नेता नहीं कर रहे हैं तो जनता कहां से करेगी?


योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''छत्तीसगढ़ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का ननिहाल है. तो यहां आना मेरा स्वाभाविक है. रमन सिंह सरकार ने इस क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है और इस बार फिर से जनता से आशीर्वाद मिलेगा.''


हम अपने लक्ष्य से ज्यादा सीटें लेकर आएंगे: रमन सिंह
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ''इस बार राजनांदगांव और छत्तीसगढ़ की जनता ने मन बना लिया है एक फिर बीजेपी की सरकार बनाने का. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमें 65 सीट का लक्ष्य दिया है. हम 65 सीट से ज्यादा सीट लाकर सरकार बनाएंगे. छत्तीसगढ़ में हमने विकास के अनेक कार्य किए हैं. हमारे सारे उम्मीदवार रमन सिंह के उम्मीदवार हैं, अमित शाह के उम्मीदवार हैं, प्रधानमंत्री मोदी के उम्मीदवार हैं.''


रमन सिंह का मुकाबला पूर्व पीएम वाजपेयी भतीजी से
कांग्रेस ने रमन सिंह के मुकाबले राजनांदगांव से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. करुणा शुक्ला भी आज अपना नामांकन दाखिल करेंगी. बता दें कि करुणा शुक्ला 14वीं लोकसभा में जांजगीर सीट से चुनाव जीती थीं. हालांकि, अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बीजेपी ने शुक्ला को अलग-थलग कर दिया. इसके बाद करुणा शुक्ला ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया और वो रमन सिंह सरकार की कड़ी आलोचक हैं.


दो चरणों में होंगे छत्तीसगढ़ चुनाव
90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा की नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर पहले चरण में 12 नवम्बर को मतदान होगा. 24 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 26 अक्तूबर तय की गयी है.


पहले चरण में बस्तर संभाग के सुकमा जिले के सुकमा विधानसभा सीट, बीजापुर जिले के बीजापुर, दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा, बस्तर जिले के चित्रकोट,बस्तर और जगदलपुर, नारायणपुर जिले के नारायणपुर, कोण्डागांव जिले के केशकाल और कोण्डागांव, कांकेर जिले के अंतागढ़, भानुप्रतापुर और कांकेर तथा राजनांदगांव जिले के खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी और मोहला-मानपुर विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा.

वहीं दूसरे चरण में राज्य की बाकी 72 सीटों के लिए अधिसूचना 26 अक्तूबर को जारी की जायेगी. नामांकन की आखिरी तारीख दो नवंबर, नामांकन पत्रों की जांच तीन नवंबर और नामांकन वापसी की आखिरी तारीख पांच नवंबर तय की गयी है. इन सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा.


छत्तीसगढ़ में विधानसभा समीकरण पर एक नज़र
छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 और लोकसभा की 11 सीटें हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 49 और कांग्रेस ने 39 सीटें जीती थीं. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 10 सीटों और कांग्रेस ने सिर्फ एक सीट पर कब्जा किया था. डॉ रमन सिंह 7 दिसंबर 2003 को प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे.