Ramcharitmanas: रामचरितमानस पर सवाल उठाने वालों को सांसद नवनीत राणा का करारा जवाब, दिया ये बयान
Ramcharitmanas Controversy: रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान हो रहा है, के सवाल पर नवनीत राणा ने कहा, किसका अपमान हो रहा है और किसका नहीं इसको बताने की जरूरत नहीं.
MP Navneet Rana: समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) की रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी के बाद बदजबानी बढ़ती जा रही है. इस कड़ी में अमरावती से सांसद नवनीत राणा का ताजा बयान आया है. उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इसको लेकर क्यों चुप हैं?
रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान हो रहा है वाले सवाल पर एक न्यूज चैनल से बात करते हुए सांसद नवनीत राणा ने कहा, "किसका अपमान हो रहा है और किसका नहीं इसको बताने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा इस तरह के बयान सपा अध्यक्ष की शह पर ही दिए जा रहे हैं, इसलिए उनको माफी मांगनी चाहिए."
रामचरितमानस के खिलाफ कोई नहीं- अखिलेश यादव
वहीं, अखिलेश यादव ने सोमवार को मैनपुरी में रामचरितमानस को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा, "भगवान राम और रामचरितमानस के खिलाफ कोई नहीं है. कल मैं मंदिर गया तो RSS-BJP के गुंडे आ गए, हमें पता होता BJP गुंडे भेजने वाली है तो हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ आते. काला झंडा जब समाजवादी दिखाते हैं तो उन्हें एक साल के लिए जेल भेजा जाता है."
अखिलेश का बीजेपी का हमला
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश ने कहा, "बीजेपी हार रही है इस बार यूपी में बीजेपी क्लीन बोल्ड होने जा रही है. बीजेपी वाले बताएं उन्होंने क्या काम किया है. सांड तक तो हटा नहीं पा रहे आज भी लोग मर रहे हैं. बीजेपी वालों ने लखनऊ में तालाबों की जमीनों पर कब्जे कर लिए हैं."
इस विवाद पर बसपा सुप्रीमों मायावती ने प्रतिक्रिया देते हुए सपा और बीजेपी दोनों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में विधानसभा के हुए पिछले आमचुनाव को भी सपा-बीजेपी ने षडयंत्र के तहत मिलीभगत करके धार्मिक उन्माद के जरिए घोर साम्प्रदायिक बनाकर एक-दूसरे के पूरक के रूप में काम किया, जिससे ही बीजेपी दोबारा से यहां सत्ता में आ गई. ऐसी घृणित राजनीति का शिकार होने से बचना जरूरी."
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