(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ramdas Athawale Demands: आम चुनाव से पहले RPI के लिए रामदास अठावले ने रख दी यह मांग, खुद अमित शाह से भी बात
Ramdas Athawale Demands: रामदास अठावले ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के लिए महाराष्ट्र में कम से कम 2 सीटों की मांग की है. उन्होने शिर्डी और सुजापुर मांगा है.
Ramdas Athawale In NDA: विपक्षी दलों के गठबंधन i.N.D.I.A में सीट बंटवारे को लेकर तकरार के बाद अब बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में भी रार छिड़ने के आसार हैं. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले एनडीए (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष रामदास आठवले का बड़ा बयान आया है.
आठवले ने शनिवार (2 मार्च) को महाराष्ट्र में दो सीटों की मांग की है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात की है.
क्या कहा रामनाथ अठावले ने?
न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में रामदास आठवले ने कहा, “हमारी मांग है कि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) यानी आरपीआई को महाराष्ट्र में दो सीटें मिलनी चाहिए. मैंने इस बारे में जेपी नड्डा, अमित शाह और देवेन्द्र फडणवीस से बात की है.” रामदास अठावले ने कहा कि शिर्डी और सोलापुर से कार्यकर्ताओं की भावनाएं जुड़ी हैं और यहीं से चुनाव लड़ने का मन है. इसलिए ये दोनों सीटें आरपीआई को मिलनी चाहिए.
क्या है महाराष्ट्र का राजनीतिक समीकरण
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं. उत्तर प्रदेश में 80 तो महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटें है. सूबे में इस बार एनजीए और बीजेपी में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. शिवसेना के साथ गठबंधन में दोनों ने 41 सीटें जीती थी। जिसमें 23 पर बीजेपी तो 18 सीटें शिवसेना ने जीतीं थी. इस बार स्थिति अलग है, क्योंकि बीजेपी की सहयोगी शिवसेना टूट गई है. एक गुट का नेतृत्व एकनाथ शिंदे कर रहे हैं, जिनका बीजेपी के साथ गठबंधन है. वहीं उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट अब विपक्ष में है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी दो फाड़ हो गई है, जहां अजित पवार ने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार के साथ गठबंधन किया है, वहीं शरद पवार ने विपक्ष के साथ हैं.