लखनऊ: केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने आज बीएसपी प्रमुख मायावती को बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का न्योता दिया. उन्होंने कहा कि अगर मायावती को दलितों की वाकई में चिंता है तो उन्हें एनडीए का हिस्सा बन जाना चाहिए.


उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने के बीजेपी नेताओं के तमाम दावों के उलट अठावले ने माना कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के गठबंधन से पार्टी को 20 से 25 सीटों का नुकसान होगा. मगर इससे आगामी लोकसभा चुनाव के बाद एनडीए की सरकार बनने की सम्भावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा.


रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष अठावले ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह चाहते हैं कि मायावती एनडीए में शामिल हो जाएं. बीएसपी मुखिया अगर दलितों का हित चाहती हैं तो उन्हें एनडीए में आ जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘तब मैं, मायावतीजी और रामविलास पासवानजी मिलकर केन्द्र सरकार से दलितों के कल्याण के लिए ज्यादा धन ले सकेंगे.’’ अठावले ने कहा कि बीएसपी की मदद से गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव जीतने वाली एसपी ने हाल में हुए राज्यसभा चुनाव में बीएसपी के साथ धोखा किया, जिसकी वजह से उनका प्रत्याशी हार गया.


आरपीआई अध्यक्ष ने माना कि उत्तर प्रदेश में एसपी और बीएसपी के गठबंधन से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को नुकसान होगा. गठबंधन को 20 से 25 सीटें मिलेंगी, जबकि बीजेपी को 50 से अधिक सीटें हासिल होंगी. मगर इससे केन्द्र में बीजेपी की दोबारा सरकार बनने की सम्भावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुकाबला न तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर सकते हैं और न ही एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी मुखिया मायावती.


अठावले ने कहा कि देश में दलितों पर अत्याचार अब भी हो रहे हैं, मगर इसके लिए केन्द्र की बीजेपी नीत सरकार जिम्मेदार नहीं है. कांग्रेस, एसपी और बीएसपी के शासन में भी दलितों पर अत्याचार होते थे. कांग्रेस के शासन में भी गोरक्षा के नाम पर दलित उत्पीड़न की घटनाएं हुईं. इस मुद्दे को राजनीति के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. दलितों पर जुल्म रोकने के लिये दलित अत्याचार रोधी कानून को और मजबूत करना चाहिए.


अठावले ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा सरकारी रिकॉर्ड में अंबेडकर का नाम ‘भीमराव रामजी आंबेडकर’ किये जाने के कदम की सराहना करते हुए कहा कि कुछ लोग इसमें प्रभु राम का नाम जुड़ने पर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं, जो बिल्कुल गलत है. उन्होंने अति दलितों और अति पिछड़ों को अलग कोटा दिये जाने पर विचार सम्बन्धी मुख्यमंत्री योगी के बयान का भी स्वागत किया.