नई दिल्लीः आज संसद में सर्वदलीय बैठक के दौरान एक ऐसा वक्त आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह गुजार रहे थे तभी वहां से शिवसेना नेता विनायक रावत और रामदास अठावले आए. तभी रामदास अठावले ने महाराष्ट्र की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री अमित शाह और विनायक राऊत से बात की और प्रधानमंत्री और अमित शाह को हस्तक्षेप करने के लिए कहा. क्या कुछ बात हुई इस पर हमारे संवाददाता प्रफुल्ल श्रीवास्तव ने बात की केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले से.
रामदास अठावले ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से बात की और कहा कि महाराष्ट्र के डेडलॉक को खत्म करना चाहिए और विनायक राऊत भी हैं तो थोड़ा सा उनको बताइए. प्रधानमंत्री ने कहा कि आप इस मामले को लेकर विनायक रावत से बात कीजिए. अठवले ने बताया, ''मैंने फिर विनायक रावत से बात की और कहा कि कोई रास्ता निकालिए.''
अठावले ने बताया, ''मुख्यमंत्री के मसले पर विनायक राऊत ने कहा कि इस पर अमित शाह कोई मध्यस्थता करते हैं तो कोई रास्ता निकल सकता है. हमारी जो मांगे हैं वह सुननी चाहिए और हमारी मांग जो ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद की बात है उस पर भी विचार होना चाहिए.''
इस दौरान अठावले अमित शाह से भी मिले. उन्होंने बताया, ''अमित शाह वहां थे मैंने उनसे कहा कि आप थोड़ी मध्यस्था कीजिए. उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा आप चिंता मत करिए तो मुझे लगता है कांग्रेस पार्टी शिवसेना को बिल्कुल सपोर्ट नहीं करेगी जो सपना है उनका मुख्यमंत्री बनने का उद्धव जी का कांग्रेस के सपोर्ट से मुख्यमंत्री बनना एनसीपी के सपोर्ट से बनना यह ठीक बात नहीं है.''
आरपीआई नेता ने कहा, ''हो सकता है शिवसेना और बीजेपी साथ आ सकते हैं. अगर शिवसेना अधिकृत नहीं आई तो कुछ एमएलए भी आ सकते हैं कुछ हो सकता है.'' अठावले ने कहा, ''कोई भी विधायक चुनाव नहीं चाहता है. 1-2 साल सीएम देने की बात पर बीजेपी का विचार करना चाहिए.''
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