रामदेव के बदले बोल, पहले कहा मंदिर बनाने का यह उपयुक्त समय, अब बोले इसे मुद्दा न बनाएं
योग गुरु बाबा रामदेव राम मंदिर निर्माण पर रोज अलग-अलग बयान दे रहे हैं. हरिद्वार में निकाय चुनाव में मतदान करने गए रामदेव ने कहा कि मंदिर निर्माण को मुद्दा नहीं बनाएं, जबकि कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कहा था कि यह राम मंदिर बनाने का सबसे उपयुक्त समय है.
हरिद्वार: योग गुरु बाबा रामदेव ने भगवान राम के मंदिर को राजनीतिक मुद्दा ना बनाने की बात कही है. योग गुरु उत्तराखंड में चल रहे नगर निकाय चुनाव में हरिद्वार के कनखल में सती कुंड स्थित महिला महाविद्यालय मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंचे थे. उन्होंने मतदान के बाद लोगों से अपील करते कहा कि मंदिर को मुद्दा न बनाते हुए बढ़-चढ़ कर वोट करें. बाबा रामदेव ने कहा कि वह न तो किसी के पक्ष में हैं और न ही किसी के विपक्ष में हैं. वह राजनीतिक रूप से बिल्कुल निष्पक्ष हैं.
बाबा रामदेव ने कहा कि भगवान राम का मंदिर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से बनता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में भले ही संत कितना भी संघर्ष कर लें बिना संसद के मंदिर बनना असंभव है. उन्होंने कहा कि अगर न्यायालय और संसद के बगैर मंदिर बना तो देश में सामाजिक संघर्ष भी हो सकता है, लिहाजा संसद ही मंदिर बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए. बाबा रामदेव ने कहा कि 2019 में देश में लोकतांत्रिक घटना होगी. योग गुरु रामदेव के साथ पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने भी वोट किया.
योग गुरु का यह बयान उनके कुछ दिनों पहले के बयान के बिल्कल विपरीत है, जब उन्होंने कहा था कि अगर राम मंदिर का निर्माण नहीं होता है तो सांप्रदायिक माहौल गर्म होगा और आपसी भेदभाव भी बढ़ेंगे. उन्होंने कहा था, "अगर राम मंदिर नहीं बना तो देश में सांप्रदायिक माहौल गरमाएगा, सांप्रदायिक और आपसी भेदभाव बढ़ेगा. रामदेव ने कहा, ''मंदिर के लिए समझौते का दौर निकल चुका है.'' उन्होंने कहा, ''संसद मे कानून लाओ और मंदिर बनाओ अभी नहीं तो कभी नहीं की तर्ज पर काम करना होगा.'' इस दौरान उन्होंने कहा, ''यहां सभी सुरक्षित हैं.''
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