Ramesh Bidhuri Controversy: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के लोकसभा में दिए गए बयान के बाद सियासत गरमाई हुई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसके चलते रमेश बिधूड़ी आज (25 सितंबर) जेपी नड्डा से मिलने के लिए बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. नोटिस में रमेश बिधूड़ी से पूछा गया था कि क्यों नहीं उनके खिलाफ असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के लिए कार्रवाई की जाए. 


इससे पहले बीएसपी सांसद दानिश अली ने संसद में उनके खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर रमेश बिधूड़ी के खिलाफ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लेटर लिखा और कार्रवाई की मांग की थी. दानिश अली ने र लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का अनुरोध किया. उन्होंने लेटर में कहा कि वो बिधूड़ी के खिलाफ नियम 222, 226 और 227 के तहत नोटिस देना चाहते हैं. यह मामला उस दौरान शुरू हुआ जब संसद में ‘चंद्रयान-3 की सफलता विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया. 


विपक्ष में बनी हुई है नाराजगी


रमेश बिधूड़ी के बयान को लेकर विपक्ष में नाराजगी बनी हुई है और वो लगातार बिधूड़ी के निलंबन की मांग कर रहा है. सपा के राष्ट्रीय सचिव ने ओम बिरला से रमेश बिधूड़ी को बर्खास्त करने की मांग की है. इसके अलावा लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश ने ओम बिरला को पत्र लिखकर आग्रह किया कि रमेश बिधूड़ी को तत्काल निलंबित किया जाए. इतना ही नहीं तेलंगाना में बीआरएस की विधान परिषद सदस्य के. कविता ने भी ओम बिरला से मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी रमेश बिधूड़ी की अपमानजनक टिप्पणी की निंदा की. 


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