(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'अभी तक सड़कों पर होती थी लिंचिंग, अब सदन में भी होने लगी', दानिश अली ने पीएम मोदी के अपमान के आरोपों पर क्या कहा?
Ramesh Bidhuri Remark: बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा है कि हमारे संस्कार नहीं है कि हम प्रधानमंत्री जी के खिलाफ ऐसे शब्दों का प्रयोग करेंगे.
Ramesh Bidhuri Remark: बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली ने रमेश बिधूड़ी के बयान को लेकर कहा है कि बीजेपी के सांसद ने सिर्फ एक समुदाय को ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र को शर्मसार किया है. अभी तक सड़कों पर लिंचिंग होती थी, लेकिन अब सदन में भी लिंचिंग होने लगी है.
प्रधानमंत्री का अपमान करने के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा, ''बीजेपी का क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप आधारहीन आरोप लेकर आया है कि 'मैंने कोई ऐसी टिप्पणी की, जिससे रमेश बिधूड़ी भड़के.' हालांकि, सच्चाई यह है कि मैंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बचाने का काम किया. मीडिया में देखा कि किस तरीके से एक नैरेटिव बनाने की कोशिश की जा रही है.''
'संसद में लोकतंत्र शर्मसार'
उन्होंने कहा, ''बीजेपी के सांसद ने संसद में लोकतंत्र को शर्मसार किया. रमेश बिधूड़ी प्रधानमंत्री की मौत की कामना करते हुए जानवर से तुलना कर रहे थे. रमेश बिधूड़ी प्रधानमंत्री के मरने की बात कह रहे थे, जिससे मुझे गुस्सा आया और मैंने विरोध जताया. ऐसी सोच भाजपा के नेता ही रख सकते हैं.''
संसद में लिंचिंग होने लगी- दानिश अली
बीएसपी सांसद ने कहा, "उन्होंने सिर्फ एक समुदाय को ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र को शर्मसार किया है. मैं चैलेंज करता हूं कि निशिकांत दुबे के आरोपों को साबित करें." उन्होंने कहा, ''संसद के अंदर वर्बल लिंचिंग हो गई है. ये मेरी हत्या करना चाहते हैं. ये लोगों को उकसाना चाहते हैं. मेरे फोन पर भी धमकी भरे मैसेज आ रहे हैं. अभी तक सड़कों पर लिंचिंग होती थी, लेकिन अब सदन में भी लिंचिंग होने लगी है.''
मणिपुर को लेकर सरकार पर साधा निशाना
सरकार पर निशाना साधते हुए दानिश अली ने कहा, "आप मणिपुर में महिला को निर्वस्त्र करने वालों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. आप यह ढूंढ रहे हैं कि वो वीडियो किसने बनाया. ये हमारे संस्कार नहीं हैं कि हम प्रधानमंत्री जी के खिलाफ ऐसे शब्दों का प्रयोग करेंगे. आप लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं."
निशिकांत दुबे के पत्र की जांच हो
बीएसपी नेता ने कहा, "रमेश बिधूड़ी की बैकिंग हो रही है और यह बैकिंग पार्टी के टॉप लीडर से की जा रही है. मैं ओम बिरला जी से मांग करता हूं कि निशिकांत दुबे के पत्र की जांच की जाए. वह मेरी लिंचिंग कराना चाहते हैं."
मुझे लोकतंत्र में बोलने का अधिकार- दानिश अली
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "बीजेपी के सांसद महोदय जिनपर महिला रेसलर्स को परेशान करने का आरोप है, कोर्ट ने संज्ञान भी लिया है उनको देखा है हमने. मैंने महिला आरक्षण बिल पर भी बात रखी गृह मंत्री ने उस वक्त मेरी बात मानी, क्योंकि वो फैक्चुअली गलत बोल रहे थे. मुझे पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में बोलने का अधिकार है. मुझे अनऑफिशियली बताया गया और उस कारवाई को हर एंगल से , हर कैमरा से, हर माइक्रोफोन से जांचा जा रहा है."
'लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले लोग कर रहे मुलाकात'
जब उनसे पूछा गया कि क्या इस मामले में उन्हें इंडिया गठबंधन के नेताओं का भी सपोर्ट मिल रहा है, तो उन्होंने जवाब दिया, " जो लोग देश के लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं, वह मेरे साथ संवेदनाएं प्रकट करने के लिए मुझसे मिलने आ रहे हैं."
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