नई दिल्लीः लद्दाख में भारत-चीन सैनिकों में तनातनी के बीच रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड विजेता सोनम वांगचुक ने एक वीडियो जारी कर कहा कि सभी भारतीयों को पूर्ण रूप से चीनी सामान का बहिष्कार करना चाहिए. वांगचुक ने कहा कि चीन के खिलाफ लड़ाई में हर भारतीय एक सिपाही है और सभी को इसके खिलाफ अपने वॉलेट से जंग लड़नी चाहिए. बता दें कि वांगचुक का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है.
सोनम वांगचुक वही मशहूर इंजीनियर हैं, जिनका किरदार बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने 2009 में आई 'थ्री ईडियट्स' मे निभाया था. वांगचुक वर्तमान में लद्दाख में सामाजिक सुधारक का काम कर रहे हैं.
वीडियो में वांगचुक ने कहा, "सभी भारतीयों को अब पूर्ण रूप से चीनी सामान का बहिष्कार करना चाहिए. कोई एक व्यक्ति इस आंदोलन को नहीं चला सकता है, इसलिए सभी भारतीयों को इसमें अपना किरदार निभाना होगा."
वांगचुक का कहना है कि वह चीन के सामानों के बहिष्कार की बात इसलिए नहीं कह रहे हैं कि चीन हमारी जमीन पर कब्ज़ा कर रहा है बल्कि उन्होंने अपनी बात को जस्टिफाई करने के लिए कई प्वाइंट बताए.
उन्होंने कहा कि तिब्बत में लाखों लोगों की मौत हो गई, छह हज़ार मंदिर तोड़ दिए गए, लेकिन फिर भी दुनिया चुप रही. इसके साथ ही उन्होंने मुस्लिमों के हितों के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले देशों से सवाल पूछते हुए कहा कि चीन में 10 लाख उइगर मुस्लिमों को जेल में बंद कर दिया गया, सैकड़ों मस्जिदें तोड़ी गईं तब कोई कुछ नहीं बोला.
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान आज चीन का उपनिवेश बन कर रह गया है. श्रीलंका भी कुछ ऐसी ही स्थिति झेल रहा है. ऐसे में हम चीन से कैसे व्यापार कर सकते हैं.
वांगचुक ने वीडियो में आगे कहा 'चीन 1962 से लगातार घुसपैठ की साजिशें रच रहा है. हालांकि, हमारी फौज भी आगे डटी हुई है, लेकिन हमें भी इसका माकूल जवाब देना होगा. हम चीन को जवाब अपने वॉलेट से दे सकते हैं. हमें अब चुप नहीं रहना चाहिए, क्योंकि ज़ुल्म सहना सबसे बड़ा गुनाह है.'
चीनी सामान के बहिष्कार की सोनम वांगचुक की मुहिम का योगगुरु बाबा रामदेव ने भी समर्थन किया है. बाबा रामदेव ने ट्वीट कर कहा कि उनकी चीन या वहां के लोगों से कोई दुश्मनी नहीं है. लेकिन, देश के खिलाफ चीनी षड्यंत्र को रोकने के लिए उनके उत्पादों का बहिष्कार करना ज़रूरी है.
जानिए कौन हैं सोनम वांगचुक
सोनम वांगचुक का जन्म 01 सितंबर 1966 को लद्दाख में हुआ था. वांगचुक एक लद्दाखी अभियंता, अविष्कारक और शिक्षा सुधारवादी हैं. उन्होंने ऐसे कई अविष्कार किए हैं, जिससे लोगों का जीवन आसान हो. वांगचुक ने एनआईटी श्रीनगर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. 2018 में वांगचुक को उनके शानदार काम के लिए रेमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
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