Fake Encounter Case: कुख्यात रणबीर फ़र्ज़ी एनकाउंटर केस के दोषी 5 पुलिसकर्मियों को सुप्रीम कोर्ट से शुक्रवार को ज़मानत मिल गई. पुलिसकर्मियों ने 22 साल के एमबीए छात्र की फर्जी एनकाउंटर में जान ले ली थी. मामला साल 2009 का था, जिसमें देहरादून में गाजियाबाद के रहने वाले एमबीए के छात्र रणबीर सिंह की फर्जी एनकाउंटर में जान चली गई थी. इस फ़र्ज़ी एनकाउंटर मामले के दोषी जिन 5 पुलिसकर्मियों को जमानत मिली है, उनके नाम हैं- जीडी भट्ट, अजीत सिंह, एसके जायसवाल, नितिन चौहान और नीरज कुमार.


सभी दोषी पांच पुलिसकर्मी अब तक 11 साल से अधिक समय जेल में बिता चुके हैं. उम्र कैद के खिलाफ उनकी अपील 2019 से सुप्रीम कोर्ट में लंबित थी. इस केस में साल 2018 में हाई कोर्ट ने कुल 7 पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराते हुए उम्र कैद की सज़ा दी थी. इनमें से राजेश बिष्ट और चंद्र मोहन को पहले ही ज़मानत मिल चुकी थी और शुक्रवार 25 नवंबर को बाकी 5 पुलिसकर्मियों को भी ज़मानत मिल गई. इस मामले में निचली अदालत ने 17 पुलिसवालों को दोषी ठहराया था. लेकिन हाई कोर्ट ने 10 पुलिसकर्मियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था.


जानिए फर्जी एनकाउंटर की पूरी वारदात


गाज़ियाबाद का रहने वाला 22 साल का एमबीए छात्र रणबीर सिंह 3 जुलाई 2009 को एक नौकरी के सिलसिले में देहरादून गया था. वहां उसने खुद पर बेवजह धौंस जमा रहे कुछ पुलिसवालों का विरोध किया था और पुलिसवाले उसे नज़दीकी चौकी में ले गए थे. बाद में जंगल में उसे फ़र्ज़ी मुठभेड़ में मार दिया गया था. इस एनकाउंटर में मारे गए रणबीर सिंह के माता-पिता ने सवाल उठाया था कि मृतक उनका बेटा था न कि कोई अपराधी. इसके बाद रणबीर सिंह के एनकाउंटर के बाद सामने आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने पुलिस की सारी पोल पट्टी खोल दी थी.


इस एनकाउंटर के बारे में पुलिस ने बताया था कि 3 जुलाई 2009 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल देहरादून आ रही थीं. ऐसे में पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित था. शहर भर में नाकाबंदी की गई थी और चेकिंग की जा रही थी. चेकिंग के दौरान सर्कुलर रोड में मौजूद तत्कालीन आराघर चौकी इंचार्ज पीडी भट्ट एक मोटरसाइकिल पर आ रहे तीन युवकों को रोका, लेकिन तीनों युवकों ने चौकी इंचार्ज पर हमला कर उनकी पिस्टल छीन लिया.


पुलिस ने बताया कि घटना से दो घंटे बाद इस अपराध में शामिल एक युवक को लाडपुर के जंगल में ढेर कर दिया गया, जबकि दो युवक भागने में सफल हो गए थे. एनकाउंटर में ढेर युवक की पहचान रणबीर निवासी बागपत के रूप में की गई थी.


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