Violent Protest In Jharkhand Police: झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची में हुई हिंसा (Ranchi Violent Protest) की जांच चल रही है. पुलिस जांच में एक व्हाट्सएप ग्रुप की भूमिका की बात सामने आई है. जांच में पता चला है की ‘वासेपुर गैंग’ नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये 10 जून के विरोध प्रदर्शन के लिये लोगों की भीड़ जुटाई गई थी.
भारी भीड़ जुटाने के लिए तरह तरह के मैसेज इस ग्रुप में एडमिन के ओर से डाले गए थे. मेन रोड में हुई हिंसा को लेकर पुलिस इस व्हाट्सएप ग्रुप की भूमिका की जांच करेगी. इस व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन की तलाश में पुलिस जुट गई है. पुलिस जांच में सामने आ रहा है की शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद की हिंसा सुनियोजित थी.
नूपुर शर्मा की टिप्पणी के खिलाफ हुआ था प्रदर्शन
बता दें शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मेन रोड पर भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे थे. इस्लाम जिंदाबाद, नुपूर शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे. नुपूर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर जो टिप्पणी की थी उसके खिलाफ वहां पर प्रदर्शन हो रहे थे. देखते ही देखते प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया. प्रदर्शनकारी पत्थर चलाने लगे. संकट मोचन मंदिर, आस पास की दुकानों, गाड़ियों और पुलिस पर पत्थर फेंके गए. पुलिस हालात को काबू में करने के लिए फायरिंग करने लगी. इसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. सभी 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू है.
बिहार के मंत्री की गाड़ी में हिंसा करने वाला गिरफ्तार ?
रांची में हुई हिंसा (Ranchi Violent Protest) में अब तक कुल 4-5 लोग गिरफ्तार हुए हैं. गिरफ्तार लोगों की संख्या कितनी है इसकी पुष्टि पुलिस के तरफ से अभी नहीं की गयी है. वहीं बिहार के मंत्री नितिन नवीन (Nitin Naveen) की गाड़ी पर हमले के मामले में मोहम्मद अनीस को गिरफ्तार किया गया है. वह रांची के पहाड़ी टोला का रहने वाला है. रांची हिंसा में अब तक 28 FIR दर्ज की गई है. इन एफआईआर में 31 लोगों को नामजद और करीब 11 हजार अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने इस सिलसिले में रांची के हिंदपीढ़ी, निजाम नगर, छोटा तालाब, नाला रोड, सहित कई इलाकों में छापेमारी की है.
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