(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
रणदीप गुलेरिया बोले- चीन में तबाही मचाने वाला वेरिएंट तो अक्टूबर में आ गया था भारत, कांग्रेस ने पूछा- तो अब बवंडर क्यों?
COVID-19 in India: एम्स (AIIMS) के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि भारत के मुकाबले चीन के लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है. यही वजह है कि चीन में BF.7 से तेजी से संक्रमण फैल रहा है.
Coronavirus In India: चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार को देखते हुए केंद्र के साथ ही राज्यों की सरकारें भी अलर्ट हैं. केंद्र सरकार ने संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए कई दिशानिर्देश भी जारी किए हैं. इस बीच कोरोना महामारी को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का हवाले देते हुए कहा कि अगर चीन में तबाही मचाने वाला वेरिएंट अक्टूबर में ही आ गया था तो अब बवंडर क्यों है?
एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने कहा है कि भारत में ओमिक्रोन (Omicron) के सब वेरिएंट बीएफ.7 (Omicron BF.7) सितंबर-अक्टूबर में आ चुका था, लेकिन यहां टीकाकरण होने की वजह से बचाव रहा.
सुप्रिया श्रीनेत का सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट किया, ''तो AIIMS के पूर्व डाइरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया जी का कहना है कि अभी जिस कोरोना वेरिएंट को लेकर बवाल किया जा रहा है वो तो अक्टूबर से देश में है. उससे अस्पताल में कोई भर्ती या मौत नहीं हुई हैं. फिर इतना बवंडर क्यों? कुछ नहीं, यह यात्रा का ख़ौफ है.''
तो AIIMS के पूर्व डाइरेक्टर डा रणदीप गुलेरिया जी का कहना है कि अभी जिस कोरोना वेरीयंट को लेकर बवाल किया जा रहा है वो तो अक्टूबर से देश में है
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) December 22, 2022
उससे कोई ख़तरनाक इन्फ़ेक्शन, अस्पताल में भर्ती या मौत नहीं हुई हैं
फिर इतना बवंडर क्यों?
कुछ नहीं, यह यात्रा का ख़ौफ़ है pic.twitter.com/d7Zq8zPn7E
डॉ रणदीप गुलेरिया ने क्या कहा?
एम्स (AIIMS) के पूर्व प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि भारत के मुकाबले चीन के लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है. यही वजह है कि चीन में BF.7 से तेजी से संक्रमण फैल रहा है. गुलेरिया ने ये भी कहा था कि चीन में कोविड के टीके कारगर है या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है. साथ ही डॉ. गुलेरिया ने कहा था कि भारत में ओमिक्रोन का सब वेरिएंट बीएफ.7 (Omicron BF.7) सितंबर-अक्टूबर में ही आ चुका था, लेकिन यहां वैक्सीनेशन होने की वजह से बचाव हुआ. हालांकि उन्होंने बूस्टर डोज पर भी जोर दिया.
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