रणदीप सुरजेवाला बोले- हमने सचिन पायलट से कहा था अगर आपके पास बहुमत है तो साबित करें
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हमने सचिन पायलट और विधायकों से कहा था कि अगर कोई वैचारिक मतभेद है तो उसे पार्टी के फोरम पर रखकर बात करें.
नई दिल्ली: कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट से ये कहा गया था कि अगर आपके पास बहुमत है तो विधायक दल की बैठक में इसे साबित कर अपना अधिकार ले लें. सुरजेवाला ने कहा कि राजस्थान की चुनी हुई सरकार को गिराने का बीजेपी का षड्यंत्र औंधे मुंह गिर चुका है. पिछल 24 घंटे में ये बात साबित हो गई है कि बीजेपी राजस्थान की आठ करोड़ की बहादुर जनता की तरफ से चुनी हुई सरकार को चुनौती दे रही थी और वह अपनी इस साजिश में फेल हुई है. उन्होंने राजस्थान के जनमत के सामने हथियार डाल दिए हैं.
कांग्रेस ने विधायक दल की दो-दो बैठक बुलाई- सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने सचिन पायलट और विधायकों को कई बार कहा कि अगर आपके कोई वैचारिक मतभेद हैं तो घर के अंदर बैठकर पार्टी फोरम पर उसे रख सकते हैं. सचिन पायलट और विधायकों से बार-बार ये आग्रह किया गया कि आप वापस आइए. इन्हें कई बार कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में आने का निमंत्रण दिया. सचिन पायलट का नाम लेते हुए उन्होंने कहा, ‘’अगर आपको लगता है कि कांग्रेस विधायक दल का बहुमत आपके पास है तो आइए और विधायक दल की बैठक में अपना बहुमत साबित कीजिए और जो अपना अधिकार है उसे ले लीजिए. कांग्रेस विधायक दल की एक नहीं हमने दो-दो बैठक बुलाई.’’
बीजेपी में नहीं शामिल होने वाले बयान पर क्या बोले सुरजेवाला?
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘’हमने सचिन पायलट का ये बयान सुना है कि वे बीजेपी में नहीं शामिल होंगे. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अगर आप ऐसा नहीं चाहते हैं तो हरियाणा बीजेपी सरकार के संरक्षण से बाहर आएं और उनके साथ सभी तरह की बातचीत को बंद कर अपने घर जयपुर लौट जाइए.’’
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने सचिन पायलट को युवा उम्र में ही बड़े पदों पर बिठाया. ऐसा कांग्रेस और बीजेपी में शायद ही कोई राजनीतिक व्यक्ति होगा जिसे इस तरह का प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाया हो. कांग्रेस ने उदार मन से ये कहा कि घर का व्यक्ति अगर भूल से घर से बाहर चला जाए तो परिवार का सदस्य रहता है.
चार-पांच दिनों के इंतजार के बाद कार्रवाई करनी पड़ी- सुरजेवाला
इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सचिन पायलट से ये बार-बार कहा गया कि आगर पार्टी में आपकी निष्ठा हो तो मीडिया के सामने आकर इसे बताएं. लेकिन दुर्भाग्य से इनमें से कुछ नहीं हो पाया. चार-पांच दिन इंतजार करने के बाद भार दिल से हमें कल कार्रवाई की घोषणा करनी पड़ी.