नई दिल्ली: जस्टिस रंजन गोगोई ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टीस के रूप में शपथ ली है. उन्होंने पूर्व CJI दीपक मिश्रा की जगह ली है. जस्टिस रंजन गोगोई 46वें मुख्य न्यायधीश बने हैं. वह पूर्वोत्तर से इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले चीफ जस्टिस बन गए हैं.


गोगोई ने 28 फरवरी 2011 में गुवाहाटी हाइकोर्ट से अपने करियर की शुरुआत की. उन्होंने न्यायपालिका में लंबा सफर तय किया है लेकिन आपको हैरानी होगी कि चीफ जस्टीस गोगोई की संपत्ति बेहद कम है. इतना लंबा सफर तय करने वाले गोगोई के बारे में सोच कर आपको लगता होगा कि उनके पास सबकुछ होगा लेकिन सच तो यह है कि गोगोई के पास अपना घर तक नहीं है. न ही उनके पास उनकी अपनी कोई पर्सनल गाड़ी है.


चीफ जस्टीस गोगोई की संपत्ति को लकेर टाइम्स ऑफ इंडिया में छपे एक लेख के मुताबिक उनके पास गोल्ड की कोई ज्वैलरी नहीं है. उनकी पत्नि के पास भी वह गोल्ड की ज्वैलरी है जो शादी के समय उन्हें मिली थी. इतना ही नहीं गोगोई की स्टॉक बाजार में भी कोई खास दिलचस्पी नहीं है. घर और गाड़ी न होने की वजह से ही उन पर बैंकों का कोई लोन या किसी बी तरह का कोई कर्ज बकाया नहीं है.


उन्होंने अपने हलफनामें में जो जानकारी दी है उसके मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 30 लाख रुपये हैं. हलफनामे में गोगोई ने 1999 में गुवाहाटी में खरीदे गए अपने प्लॉट के बारे में बताया है जिसे बाद में 65 लाख में उन्होंने बेच दिया था.