Nityanand: भगोड़े नित्यानंद के कथित देश कैलासा को यूएन की मान्यता वाला दावा कितना सच्चा?
Nityanand Kailasha Country: रेप से लेकर किडनैपिंग के आरोपी देश के भगोड़े बाबा नित्यानंद को पुलिस ढूंढ़ रही है तो वहीं, ये बाबा कैलासा नाम का देश बनाने का दावा कर रहा है.

Kailasha Country Truth: देश का भगोड़ा और विवादित धर्मगुरु नित्यानंद. जिस पर रेप का आरोप है, जो जेल जा चुका है और चार साल से देश से फरार होकर कैलासा नाम का काल्पनिक देश बनाने का दावा करता है. ये नित्यानंद इन दिनों चर्चा में फिर से है. वो इसलिए क्योंकि दावा किया गया है कि नित्यानंद के कैलासा को यूएन से मान्यता मिल गई है. अब इस दावे में कितनी सच्चाई है, वो इस रिपोर्ट के जरिए जानेंगे.
समंदर के एक टापू पर रेप के आरोपी-देश के भगोड़े नित्यानंद ने एक रहस्यलोक बना रखा है. ऐसा मायावी संसार जहां नित्यानंद की स्वयंभू सरकार है. वही नित्यानंद जिसे देश की पुलिस कई साल से तलाश रही है. जिस पर रेप से लेकर किडनैपिंग तक का इल्जाम है. उसी नित्यानंद ने हिंदुस्तान से सोलह हजार किलोमीटर दूर अपना मायावी लोक बसाया हुआ है.
स्वयंभू स्वामी नित्यानंद को जान लें
इसका असली नाम राजशेखर है और ये मूल रूप से तमिलनाडु के थिरुनामलाई का रहने वाला है. नित्यानंद इन दिनों पूरी दुनिया में चर्चा बटोर रहा है. उसकी वजह क्या है, ये आपको बताएं उससे पहले इसकी कुंडली जान लीजिए. नित्यानंद ने 12 साल की उम्र में आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होने का दावा किया था. कहा था कि वो दुनिया को रास्ता दिखाएगा लेकिन रेप का आरोप लगने के बाद साल 2019 में खुद नित्यानंद देश से फरार हो गया.
कैलासा देश या टापू
देश से फरार होने के बाद नित्यानंद ने एक टापू खरीदा. टापू को अलग देश घोषित कर कैलासा नाम रख दिया. यहां तक कि उसने इसकी एक वेबसाइट भी बनाई, जिसमें कैलासा को हिंदू राष्ट्र बताया. इतना ही नहीं, खुद ही उस काल्पनिक देश का प्रधानमंत्री बन गया. कथित देश के झंडे पर खुद की तस्वीर भी लगा दी. लोगों को कैलासा आने के लिए वीजा जारी करने का भी दावा करने लगा.
कैलासा की पूरी दुनिया में चर्चा क्यों?
साल 2019 से ही नित्यानंद कैलासा को लेकर बड़ी-ब़ड़ी डींगे हांकता रहा है लेकिन अब जानिए कि विवादित धर्मगुरु नित्यानंद का कथित देश कैलासा दुनिया में इतना वायरल क्यों है? इस जवाब ये है कि कुछ तस्वीरों के जरिए ये दावा किया जा रहा है कि नित्यानंद के काल्पनिक देश कैलासा को संयुक्त राष्ट्र की मान्यता मिल गई है. कैलासा की एक प्रतिनिधि ने यूएन की एक बैठक में भाग लिया. भगोड़े नित्यानंद के ट्विटर हैंडल पर भी इस तस्वीर को शेयर किया गया है.
USK at UN Geneva: Inputs on the Achievement of Sustainability
— KAILASA's SPH Nithyananda (@SriNithyananda) February 25, 2023
Participation of the United States of KAILASA in a discussion on the General Comment on Economic, Social and Cultural Rights and Sustainable Development at the United Nations in Geneva
The Economic, Social, and… pic.twitter.com/pNoAkWOas8
आखिर इसमें कितनी सच्चाई है?
संयुक्त राष्ट्र की एक कमेटी है जिसका नाम CESCR यानी Committee on Economic, Social and Cultural Rights है. CSER में दुनिया के 18 इंडिपेंडेंट एक्सपर्ट्स हैं. इसी कमेटी की 19वीं बैठक हुई. मीटिंग में नित्यानंद का पक्ष रखने के लिए विजयप्रिया नित्यानंद नाम की महिला शामिल हुई. UN की इस मीटिंग में विजयप्रिया ने दावा किया कि कथित 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा' के संस्थापक नित्यानंद का भारत उत्पीड़न कर रहा है. ऐसे में हिंदुस्तान के इस भगोड़े की कुंडली खंगालनी जरूरी है.
नित्यानंद की क्राइम कुंडली
नित्यानंद पर साल 2010 में रेप का केस दर्ज हुआ. रेप के आरोप में नित्यानंद को गिरफ्तार किया गया. साल 2019 में नित्यानंद पर बच्चों को अगवा करने और गलत तरीके से कैद करने का केस हुआ. फरवरी 2020 में नित्यानद के खिलाफ इंटरपोल ने ब्लूकॉर्नर नोटिस जारी किया था. यानि कि अंग्रेजी में दुनिया को ज्ञान देने का दावा करने वाला नित्यानंद एक अपराधी है. अपने काल्पनिक देश को यूएन की मान्यता मिलने का उसने जो दावा किया है, उसका न तो कोई सिर है, न पैर.
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