रोहतक/सिरसा: साल 2002 में दो साध्वियों से बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई है. सजा मिलने के बाद बलात्कार के दोषी गुरमीत रहीम की पहली रात जेल में कटी. बताया जा रहा है कि राम रहीम ने बीमारी का बहाना बनाकर जेल का खाना खाने से इनकार कर दिया और भूखा ही सो गया. कल राम रहीम ने अदालत में शिकायत की कि जेल में खाना ठीक नहीं मिलता. इस पर जज ने कहा कि जो बाकी कैदियों को मिलता है वही मिलेगा.


कल क्या-क्या हुआ ?


राम रहीम को सजा सुनाने के लिए रोहतक जेल में ही बने स्कू?ल के अंदर कोर्ट रूम बनाया गया था. जेल के आसपास सुरक्षा का ऐसा इंतजाम था कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता था.  सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज जगदीप सिंह पंचकूला से हेलिकॉप्टर के जरिए रोहतक जेल पहुंचे.


राम रहीम ने हाथ जोड़कर रहम मांगा


दोपहर ढाई बजे कोर्ट की कार्यवाही शुरू हुई. बलात्कार के दोषी राम रहीम ने कोर्ट रूम में खूब नौटंकी की, वो फफक फफक कर रोने  लगा. राम रहीम ने हाथ जोड़कर रहम मांगा लेकिन जज जगदीप सिंह ने राम रहीम के आंसुओं पर नहीं बल्कि सबूतों के आधार पर फैसला सुनाया.


सजा पर बहस के दौरान सीबीआई के वकील ने राम रहीम को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की लेकिन राम रहीम ने गुहार लगाते हुए कहा कि अच्छे कामों के लिए उनपर रहम किया जाए. राम रहीम ने कहा, ‘’मैंने समाजसेवा की है रहम करें. मैंने सफाई अभियान और रक्तदान में योगदान दिया है रहम बरतें.’’


दोनों साध्वियों से बलात्कार के जुर्म में 10-10 साल की सजा


सीबीआई के वकील ने कहा कि राम रहीम ने जो कुछ भी किया हो लेकिन बलात्कार का दोष कम नहीं हो जाता. दोनों तरफ की दलीलें सुनने के बाद जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि मुजरिम को दोनों साध्वियों के बलात्कार के जुर्म में 10-10 साल की सजा दी जाती है यानी कुल सजा 20 साल.


साल 2037 तक जेल में रहेगा राम रहीम


राम रहीम पहले एक साध्वी के बलात्कार के जुर्म में दस साल की सजा काटेगा फिर उसकी दस साल की दूसरी सजा शुरू होगी. यानी अब राम रहीम को साल 2037 तक जेल में रहना होगा. अभी वो पचास साल का है मतलब ये कि अब सत्तर साल की उम्र में जाकर राम रहीम जेल से बाहर निकल पाएगा.


जब जज जगदीप सिंह फैसला पढ़ रहे थे तो भी राम रहीम हाथ जोड़े रो रहा था, फैसला आने के बाद राम रहीम फर्श पर बैठकर रोने लगा. इसके बाद जेल के कर्मचारी राम रहीम को फटकारते हए जेल में ले गए. सजा के एलान के बाद एक और ड्रामा भी राम रहीम ने किया.


जो बाकी कैदियों को मिलता है वही मिलेगा- कोर्ट


राम रहीम ने कोर्ट के फैसले के बाद अदालत में चाय की मांग की, लेकिन कोर्ट ने मना कर दिया. राम रहीम ने अदालत में शिकायत की कि जेल में खाना ठीक नहीं मिलता. इस पर जज ने कहा कि जो बाकी कैदियों को मिलता है वही मिलेगा.


कोर्ट ने राम रहीम को इस बात पर भी फटकार लगाई कि वो जेल में सूटकेस लेकर क्यों आया. साथ में अपनी करीबी हनीप्रीत को हेलिक़ॉप्टर में साथ लाने को लेकर भी जज ने राम रहीम को फटकार लगाई. राम रहीम को 20 साल की सजा का सभी राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है.


क्या है मामला?


राम रहीम पर पंद्रह साल पहले डेरा सच्चा सौदा की साध्वी ने बलात्कार का आरोप लगाया था. साध्वी ने प्रधानमंत्री और हाईकोर्ट को चिट्ठी लिखकर राम रहीम की पोल खोली थी. सीबीआई ने इस मामले की जांच की और अब पंद्रह साल बाद राम रहीम को उसके किए की सजा मिली है.


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