नई दिल्लीः दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए रैपिड पीसीआर टेस्ट फैसिलिटी सेटअप की गई है. संयुक्त अरब अमीरात ने हाल में अपने यहां आने वाले यात्रियों के लिए टेस्ट रिपोर्ट को अनिवार्य किया है. संयुक्त अरब अमीरात ने भारत से ट्रांजिट पैसेंजर्स ट्रैफिक पर प्रतिबंध हटा दिया है और 7 अगस्त से उड़ानें चेन्नई, कोच्चि, बेंगलुरु, त्रिवेंद्रम और नई दिल्ली जैसे शहरों से फिर से शुरू हो गई हैं. डिमांड को देखते हुए कई और उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है. यएई के लिए भारत से केवल ट्रांजिट पैसेंजर्स और संयुक्त अरब अमीरात के रेजिडेंट्स को यात्रा करने की अनुमति है.  


बोर्डिंग से पहले रैपिड पीसीआर टेस्ट कराना जरूरी
हालांकि यूएई के लिए उड़ानें फिर से शुरू कर दी गई हैं, लेकिन यात्रियों को बोर्डिंग से पहले एक रैपिड पीसीआर टेस्ट कराना होता है. जेनस्ट्रिंग्स डायग्नोस्टिक सेंटर दिल्ली के हवाई अड्डे पर सभी कोविड संबंधित टेस्ट के लिए स्थापित किया गया है. सेंटर ने रविवार को घोषणा की है कि वह यात्रियों को भी रैपिड पीसीआर टेस्ट की सुविधा देगा.


टेस्ट की कॉस्ट 5000 रुपये, 45- 60 मिनट में रिपोर्ट
यूएई द्वारा जारी नई गाइडलाइंस के बाद जेनस्ट्रिंग्स डायग्नोस्टिक सेंटर ने इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रैपिड पीसीआर टेस्ट सुविधा स्थापित की है. सेंटर की फाउंडर डॉ. गौरी अग्रवाल के मुताबिक टेस्ट सुविधा की शुरुआत में आईडी नाउ तकनीक पर आधारित लगभग 50 रैपिड पीसीआर मशीनें होंगी और मांग बढ़ने पर इस क्षमता को दोगुना किया जा सकता है. टेस्ट की कॉस्ट 5000 रुपये होगी और 45 से 60 मिनट में रिपोर्ट मिल जाएगी.


गौरतलब है कि यूएई ने 5 अगस्त से भारत और पांच अन्य देशों के यात्रियों एंट्री से प्रतिबंध हटाया था. यूएई के दिशानिर्देशों के अनुसार यात्रियों को डिपार्चर से 72 घंटे पहले पीसीआर टेस्ट कराना होगा. यात्रियों को विमान में चढ़ने से चार घंटे पहले एक रैपिड -19 टेस्ट भी कराना होगा.


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