Ratan Tata Death News: देश विकास में हमेशा अग्रिम पंक्ति में खड़े रहने वाले पद्म भूषण रतन टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर 2024) को निधन हो गया. देश के प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक ने उनकी मृत्यु पर शोक जाहिर किया है. इस बीच बीजेपी वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश उनका कर्जदार रहेगा. उन्होंने कहा, "रतन टाटा उद्योग जगत के बड़े सितारे थे. उन्होंने भारतीय उद्योग पर अमिट छाप छोड़ी है. रतन टाटा दूरदर्शी थे." साल 2003 में तत्कालीन उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने रतन टाटा को वर्ष 2003 का इंटरप्रेन्योर अवॉर्ड दिया था.


NCPA लॉन में रखा गया रतन टाटा का पार्थिव शरीर


NCPA लॉन में जहां रतन टाटा का पार्थिव शरीर रखा गया है, वहां सर्व धर्म प्रार्थना हो रही है. सिख समुदाय की तरफ से प्रार्थना हो रही है. सिख धर्मगुरु अरदास प्रार्थना कर रहे हैं. हिंदू धर्म गुरु, मुस्लिम धर्म गुरु भी उपस्थित हैं. सभी धर्म के गुरु बारी-बारी से शांति प्रार्थना पाठ कर रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी NCPA लॉन में जाकर दर्शन करेंगे और वहांं से सह्याद्रि गेस्ट हाउस में जाकर रुकेंगे. पार्थिव शरीर की जब अंतिम यात्रा शुरू होगी तब अमित शाह वरली श्मशान घाट भी जाएंगे.


कई राज्यों के राज्यपाल ने जताया शोक


उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा समेत कई राज्यों के राज्यपालों और दिल्ली के उपराज्यपाल ने शोक जताया. महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने कहा कि टाटा समूह ने अपने उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से भारत के 140 करोड़ लोगों के जीवन को छुआ है. इसका श्रेय रतन टाटा के दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ-साथ टाटा समूह को भी जाता है. महाराष्ट्र सरकार ने उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार (10 अक्टूबर 2024) को राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की.


दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘‘रतन टाटा, आपने न केवल अपनी विरासत को आगे बढ़ाया बल्कि उसे समृद्ध और उन्नत भी किया. आपके निधन पर मेरी श्रद्धांजलि और संवेदनाएं हैं. भारत आपको हमेशा याद रखेगा.’’ राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित अन्य नेताओं ने प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.


ये भी पढ़ें : RSS से थे रतन टाटा के खास संबंध, इस खास प्रोजेक्ट को लेकर भागवत की एक अपील पर मदद को हो गए थे तैयार