Ratan Tata Death Live Updates: रतन टाटा को आखिरी विदाई देने उमड़ा जनसैलाब, अंतिम संस्कार से पहले पढ़ा जाएगा 'गेह-सारनू', 'अहनावेति'
Ratan Tata Death News Live: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि उद्योगपति रतन टाटा का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. पीएम मोदी ने भी रतन टाटा निधन पर शोक जताया है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर कहा, "रतन टाटा ने सिर्फ व्यापार साम्राज्य को ही नहीं बढ़ाया, बल्कि देश के विकास के लिए उनका योगदान महत्वपूर्ण है... वह सचमुच एक अद्वितीय व्यक्ति थे, यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनसे कई बार मिलने का अवसर मिला है... जब उन्होंने एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए बोली लगाई तो हमने उनसे बात की. एयर इंडिया का अधिग्रहण एक साहसिक कदम था. यह आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने यह किया... उन्हें न केवल आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था और विकास के ताने-बाने को गढ़ने वाले एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में जाना जाता रहेगा, बल्कि वे एक महान व्यक्ति के रूप में भी जीवित रहेंगे. जब भी मैं उनसे मिला, मैंने कुछ न कुछ सीखा."
AAP नेता संजय सिंह ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर कहा, "देश में ईमानदारी से व्यापार करके कैसे लोगों की सेवा की जा सकती है, कैसे अपने व्यापार का विस्तार किया जा सकता है और कैसे देश ही नहीं दुनिया में नाम कमाया जा सकता है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण टाटा समूह है. रतन टाटा का निधन व्यापार जगत, देश और हम सबके लिए दुखद है. मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं."
बालाजी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के MD और WTC मुंबई के चेयरमैन विजय कलंत्री ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर कहा, "रतन टाटा भारत के सबसे बड़े उद्योगपति थे, वे नए उद्यमियों का मार्गदर्शन करते थे, उन्हें वित्त भी प्रदान करते थे. ऐसे बहुत कम उद्योगपति होते हैं जो अपने बारे में न सोचकर दूसरों के बारे में सोचते हैं... वे कभी यह नहीं दिखाते थे कि वे रतन टाटा हैं... मैं प्रधानमंत्री मोदी से अपील करता हूं कि वे रतन टाटा को भारत रत्न से सम्मानित करें, क्योंकि वे ऐसे उद्योगपति हैं जिन्होंने अपने लिए नहीं बल्कि देश के लिए काम किया है और सबको यह दिशा दिखाई है कि व्यक्ति को सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी काम करना चाहिए... हर उद्यमी को उनसे सीख लेनी चाहिए..."
महाराष्ट्र की शिंदे कैबिनेट ने एक रेजोल्यूशन पास किया है. इसमें रतन टाटा को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की गई है.
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर कहा, "रतन टाटा का निधन बहुत दुखद है. इस देश के औद्योगिक विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान था, उन्होंने पूरे औद्योगिक जगत को एक नई दिशा दी थी."
रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र विधानसभा के एलओपी विजय वडेट्टीवार ने कहा, "यह देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. वह सिर्फ एक उद्योगपति नहीं बल्कि एक देश प्रेमी थे."
रतन टाटा के अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली से मुंबई रवाना होते वक्त अमित शाह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रतन टाटा जी का निधन हो गया है. मुझे मुंबई जाना पड़ रहा है. मेरा उनसे बहुत खास नाता रहा है. उन्होने टाटा समूह को उस लेवल पर संभाला जब वह इतना ऊंचा नहीं था. साथ ही उन्होंने अपने ट्रस्ट से भारत के लिए बहुत कुछ किया. आज रतन टाटा जी नहीं रहे, लेकिन उनकी लेगेसी वह छोड़ कर जा रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि रतन टाटा सच्चे राष्ट्रभक्त थे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी NCPA लॉन में जाकर दर्शन करेंगे और वहांं से सह्याद्रि गेस्ट हाउस में जाकर रुकेंगे. पार्थिव शरीर की जब अंतिम यात्रा शुरू होगी तब अमित शाह वरली श्मशान घाट भी जाएंगे.
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास भी रतन टाटा के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.
व्यावसायी अजय पीरामल (मुकेश अंबानी समधी) रतन टाटा के अंतिम दर्शन करने पहुंचे.
मुंबई के पारसी समुदाय के लोग भी रतन टाटा के अंतिम दर्शन के लिए उमड़े.
शरद पवार भी रतन टाटा के पार्थिव शरीर के दर्शन कर रहे हैं. सुप्रिया सुले भी साथ में हैं.
अजीत पवार और प्रफुल पटेल रतन टाटा के पार्थिव शरीर के दर्शन करने पहुंचे.
NCPA लॉन में जहां रतन टाटा का पार्थिव शरीर रखा गया है, वहां सर्व धर्म प्रार्थना हो रही है. सिख समुदाय की तरफ से प्रार्थना हो रही है. सिख धर्मगुरु अरदास प्रार्थना कर रहे हैं. हिंदू धर्म गुरु, मुस्लिम धर्म गुरु भी उपस्थित हैं. सभी धर्म के गुरु बारी-बारी से शांति प्रार्थना पाठ कर रहे हैं.
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को NCPA लॉन में जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया.
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को वरली के पारसी शमशान भूमि में पार्थिव शरीर को लेकर आएंगे. सबसे पहले पार्थिव शरीर को प्रेयर हॉल में रखा जाएगा. 45 मिनट के प्रेयर के बाद पार्थिव शरीर को इलेक्ट्रिक अग्निदाह में रखा जाएगा और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
रतन टाटा का पार्थिव शरीर उनके कोलाबा आवास पर रखा गया, राजकीय सम्मान देने पहुंचा पुलिस का बैंड.
मशहूर वकील कपिल सिब्बल ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, "रतन टाटा एक सज्जन व्यक्ति, उद्योगपति, परोपकारी प्रचारक और एक राष्ट्रवादी थे. उन्होंने बीते हुए युग का प्रतिनिधित्व किया. उनकी आत्मा को शांति मिले.
रतन टाटा दो दशक से अधिक समय तक समूह की मुख्य होल्डिंग कंपनी ‘टाटा संस’ के चेयरमैन रहे और इस दौरान समूह ने तेजी से विस्तार करते हुए वर्ष 2000 में लंदन स्थित टेटली टी को 43.13 करोड़ रुपये अमेरिकी डॉलर में खरीदा, वर्ष 2004 में दक्षिण कोरिया की देवू मोटर्स के ट्रक-निर्माण परिचालन को 10.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर में खरीदा, एंग्लो-डच स्टील निर्माता कोरस समूह को 11 अरब अमेरिकी डॉलर में खरीदा और फोर्ड मोटर कंपनी से मशहूर ब्रिटिश कार ब्रांड जगुआर और लैंड रोवर को 2.3 अरब अमेरिकी डॉलर में खरीदा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारत सरकार की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे.
रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोएल टाटा से बात की और संवेदना व्यक्त की.
1991 में रतन टाटा टाटा इंडस्ट्रीज के चेयरमैन बने. तब उन्होंने अपने चाचा जेआरडी टाटा से टाटा समूह के चेयरमैन का पदभार संभाला था. जेआरडी टाटा पांच दशक से भी अधिक समय से इस पद पर थे.
परिवार से जुड़ी कई कंपनियों में काम करने और अनुभव लेने के बाद 1971 में उन्हें समूह की एक फर्म ‘नेशनल रेडियो एंड इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी’ का प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया.
रतन टाटा ने 1962 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क से वास्तुकला में बी.एस. की डिग्री प्राप्त की थी. इसके बाद पारिवारिक कंपनी में शामिल हो गए.
रतन टाटा के पास 30 से ज्यादा कंपनियां थीं जो 6 महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में फैली थीं, इसके बावजूद वह सादगीपूर्ण जीवन जीते थे.
अरबपति हर्ष गोयनका ने भी रतन टाटा के निधन पर दुख जताया और एक्स पर एक पोस्ट में उन्हें ‘‘टाइटन’’ (अत्यंत महत्वपूर्ण व्यक्ति) करार दिया.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें ‘देश का महान सपूत’ बताया. गडकरी ने एक्स पर लिखा, ‘‘रतन टाटा के साथ मेरे तीन दशकों से घनिष्ठ पारिवारिक संबंध थे.’’
रतन टाटा का पार्थिव शरीर दोपहर 3:30 बजे अंतिम संस्कार के लिए अपनी यात्रा पर निकलेगा.
रतन टाटा के निधन पर झारखंड में रखा गया एक दिन का शोक.
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए एक्स पर लिखा, "रतन टाटा का निधन एक युग का अंत है. वे भारतीय उद्योग के आधुनिकीकरण से बहुत गहराई से जुड़े थे और उससे भी ज्यादा इसके वैश्वीकरण से. मुझे कई मौकों पर उनसे बातचीत करने का सौभाग्य मिला और उनकी दूरदर्शिता और अंतर्दृष्टि से लाभ हुआ. उनके निधन पर शोक व्यक्त करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं. ओम शांति."
रतन एन टाटा के पार्थिव शरीर को गुरुवार (10 अक्टूबर 2024) को सुबह 10:30 बजे एनसीपीए लॉन, नरीमन पॉइंट मुंबई ले जाया जाएगा, ताकि आम लोग दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दे सकें. टाटा ग्रुप ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि हम आम लोगों से अनुरोध करेंगे कि वे गेट 3 से एनसीपीए लॉन में प्रवेश करें और गेट 2 से बाहर निकलें. परिसर में पार्किंग की सुविधा नहीं होगी.
बैकग्राउंड
Ratan Tata Death News: टाटा समूह के चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर 2024) देर रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह 86 वर्ष के थे. एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा का दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रात करीब 11:30 बजे निधन हो गया. वह पिछले कुछ दिनों से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि उद्योगपति रतन टाटा का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. टाटा के परिवार ने एक बयान में कहा, ‘‘हम उनके भाई, बहन और परिवार, उन सभी लोगों से मिले प्यार और सम्मान से सांत्वना और सुकून पाते हैं, जो उनका सम्मान करते थे. हालांकि, अब रतन टाटा व्यक्तिगत रूप से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विनम्रता, उदारता और उद्देश्य की विरासत भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.’’
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एक बयान में रतन टाटा को अपना मित्र और मार्गदर्शक बताया. एन चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘हम रतन नवल टाटा को गहरे दुख के साथ विदाई दे रहे हैं. वह वास्तव में एक असाधारण नेतृत्वकर्ता थे, जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह को बल्कि हमारे राष्ट्र के ताने-बाने को भी आकार दिया है.’’ उन्होंने कहा कि 1991 से रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने अपनी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार किया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक दूरदर्शी कारोबारी नेता और असाधारण इंसान बताया. मोदी ने एक्स पर लिखा, ‘‘श्री रतन टाटा जी का सबसे अनूठा पहलू बड़े सपने देखना और दूसरों को कुछ देने के प्रति उनका जुनून था. वह शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे रहे थे.’’ केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें देश का महान सपूत बताया.
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