नई दिल्ली: देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक पूर्व जज अभय थिप्से पर कांग्रेस के इशारे पर 14000 करोड़ के घोटाले के आरोपी नीरव मोदी को बचाने का आरोप लगाया है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के करीबी ने नीरव मोदी के पक्ष में गवाही क्यो दी है ? राहुल गांधी के इशारे पर पूर्व हाई कोर्ट जज और कांग्रेस पार्टी के सदस्य नीरव मोदी के लिए कोर्ट में डिफेंस काउंसिल बने हैं.


देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि नीरव मोदी का भेद खुले. कांग्रेस नहीं चाहती है कि नीरव मोदी का प्रत्यर्पण हो. लेकिन हम नीरव मोदी को भारत लाकर उसको सजा दिलवा कर रहेंगे.


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जस्टिस अभय थिप्से मुंबई हाई कोर्ट में जस्टिस थे. उनको एक प्रशासनिक कारण से इलाहाबाद हाई कोर्ट भेजा गया और इलाहाबाद हाई कोर्ट से रिटायर होने के बाद उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता स्वीकार कर ली. यह बात ठीक है कि जस्टिस अभय थिप्से रिटायरमेंट के कुछ समय बाद मुंबई हाई कोर्ट और इलाहाबाद छोड़ कर किसी अन्य हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर सकते हैं लेकिन मुंबई हाई कोर्ट में वे प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं.


बता दें नीरव मोदी पर मेहुल चौकसी के साथ मिलकर पीएनबी बैंक में 14 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला करने का आरोप है. इस मामले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और मुंबई विशेष अदालत में मुकदमा चल रहा है. प्रवर्तन निदेशालय प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत नीरव मोदी की 1870 करोड़ रुपये की संपत्ति जप्त कर चुका है, नीरव और उसके परिवार से जुड़े 500 करोड़ों की संपत्तियां भी की जा चुकी है.


घोटाला खुलने की भनक लगते ही नीरव मोदी 8 जनवरी को देश छोड़कर फरार हो गया था. उसे लंदन पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. अभी उसे भारत प्रत्यर्पण करने का मुकदमा चल रहा है.


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