नई दिल्ली: सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने नये आईटी नियमों के तहत गूगल, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया मंचों द्वारा आपत्तिजनक पोस्ट स्वत: हटाने पर अपनी पहली अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करने के लिए उनकी तारीफ की और इसे पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम बताया.


नए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों के तहत 50 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं वाले बड़े डिजिटल मंचों को हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी, जिसमें प्राप्त शिकायतों और उन पर की गयी कार्रवाई का उल्लेख हो.


रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया, ‘‘गूगल, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे महत्वपूर्ण सोशल मीडिया मंचों को नये आईटी नियमों का पालन करते देखना सुखद है. उनके द्वारा नये आईटी नियमों के अनुसार आपत्तिजनक पोस्ट को स्वत: हटाने पर पहली अनुपालन रिपोर्ट का प्रकाशन पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम है.’’


तीनों साइट्स की तरफ से अनुपालन रिपोर्ट जारी करने से ट्विटर पर दबाव बढ़ सकता है, जिसका नए नियमों को लेकर केंद्र सरकार के साथ गतिरोध बना हुआ है. सरकार ने देश के नये आईटी नियमों का अनुपालन नहीं करने पर और इसके लिए अधिकारियों की नियुक्ति नहीं करने पर ट्विटर से नाराजगी जताई थी.


फेसबुक ने शुक्रवार को अपनी पहली मासिक अनुपालन रिपोर्ट में कहा कि उसने देश में 15 मई से 15 जून के बीच उल्लंघन की 10 श्रेणियों में तीन करोड़ से अधिक सामग्रियों पर कार्रवाई की. जिस सामग्री पर कार्रवाई (एक्शन्ड कन्टेट) की गयी, उनसे संदर्भ स्पैम, हिंसक विषयवस्तु, अश्लील और यौन संबंधी सामग्री और घृणा फैलाने वाली टिप्पणियां शामिल हैं. इनके अलावा उत्पीड़न और धमकाने, आत्महत्या और खुद को आहत करने, खतरनाक संस्थान और लोग, आतंकवादी दुष्प्रचार आदि श्रेणियां हैं. इंस्टाग्राम ने इसी अवधि में नौ श्रेणियों में करीब 20 लाख पोस्ट , तस्वीर, वीडियो और टिप्पणी आदि पर कार्रवाई की.


गूगल ने बताया कि उसे और यूट्यूब को इस साल अप्रैल में भारत के उपयोगकर्ताओं से 27,762 शिकायतें स्थानीय कानूनों या निजी अधिकारों के कथित हनन की मिली थीं और उन्होंने परिणामस्वरूप 59,350 सामग्रियों (पोस्ट, तस्वीर, वीडियो और टिप्पणी) आदि को हटाया.


भारतीय सोशल मीडिया कंपनी कू ने भी इस संबंध में अपनी रिपोर्ट दी है. कू के अनुसार उसने 54,235 ऐसे कंटेट पर कार्रवाई की है. नए आईटी नियमों के अनुसार ऐसे प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए इन कंपनियों को एक मुख्य अनुपालन अधिकारी, एक नोडल अधिकारी और एक शिकायत अधिकारी नियुक्त करना होगा और ये सभी भारत के निवासी होने चाहिए. फेसबुक ने हाल ही में स्पूर्ति प्रिया को भारत में अपना शिकायत अधिकारी बनाया है.


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