RBI क्रेडिट पॉलिसी का एलान, ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं, GDP बढ़ने का अनुमान
वित्तीय वर्ष 2020-21 के तीसरे क्वार्टर में महंगाई दर 3.2% हो सकती है. अगली मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक 21 मार्च को होगी.
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज अपनी मॉनिटरिंग कमेटी की मीटिंग में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया. इस समय आरबीआई का रेपो रेट 5.15 फीसदी है. साथ ही रिवर्स रेपो रेट को भी 4.90 फीसदी पर ही बरकरार रखा गया है. महंगाई दर का अनुमान लगाते हुए आरबीआई ने अंदाजा लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के तीसरी तिमाही में महंगाई 5.4 से 5.0 प्रतिशत हो सकती है.
आरबीआई ने देश की जीडीपी का अनुमान लगाते हुए वित्तीय वर्ष 2020-21 में जीडीपी 6.0 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है. वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी 5.5-6 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना है जबकि तीसरे क्वार्टर में 6.2 प्रतिशत रहने की संभावना है. विशेषज्ञों की मानें तो खाने-पीने की कई चीजों के दाम बढ़े हैं. इसलिए महंगाई दर भी बढ़ी है. वहीं ग्रोथ को लेकर भी चिंता बरकरार है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास सहित समिति के बाकी सभी सदस्यों ने रेपो रेट में कोई बदलाव ना करने के पक्ष में वोट डाला. बाकी सदस्यों में चेतन घाटे, पामी दुआ, रवींद्र ढोलकिया, जनक राज और माइकल देवव्रत पात्रा शामिल हैं. अगली क्रेडिट पॉलिसी का एलान 3 अप्रैल को होगा.
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