2000 Rupees Note News Live Highlights: चलन से बाहर होने जा रहा है 2000 रुपये का नोट, क्या कह रहे हैं पक्ष और विपक्ष के नेता?
2000 Rupees Note News Live: आरबीआई ने कहा है कि बैंकों में 23 मई से 20,000 रुपये मूल्य तक के 2,000 रुपये के नोट एक बार में बदले जा सकेंगे.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरबीआई के फैसले के बाद एबीपी न्यूज़ से कहा कि ऐसे फैसले से जनता को नुकसान होता है. देश को नुकसान होता है और आम आदमी को परेशानी होती है.
कांग्रेस वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने बेंगलुरु में कहा कि कांग्रेस ने पहले ही कहा था कि नोटबंदी गलत थी जिससे लोग परेशान हुए थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 500-1000 के नोट को बंद कर 2000 रुपए के नोट लाना और फिर उसे बंद करने से लोगों को अनावश्यक परेशानी होगी. ऐसे फैसलों से अर्थव्यवस्था मज़बूत होने की बजाए कमज़ोर होती है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरबीआई के फैसले पर कहा, "पहले बोले 2000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा. अब बोल रहे हैं 2000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार ख़त्म होगा इसीलिए हम कहते हैं, PM पढ़ा लिखा होना चाहिए. एक अनपढ़ पीएम को कोई कुछ भी बोल जाता है. उसे समझ आता नहीं है. भुगतना जनता को पड़ता है.
आरबीआई के फैसले पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि 2 हजार रूपये की नोट जारी करने वाली बीजेपी सरकार कालेधन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के बहाने बंद करने जा रही है. क्या बीजेपी बताएगी कि केंद्र और तमाम प्रदेशो में बीजेपी की ही सरकार है तो इतने कम समय में इतना बड़ा भ्रष्टाचार और कालाधन सम्भव कैसे हुआ? इसे बीजेपी सरकार का भ्रष्टाचार कहें या करेंसी नीति की असफलता?
आरबीआई के फैसले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल उठाते हुए कहा कि दो हज़ार के नोट को मार्किट में लाया ही क्यों गया था? उन्होंने कहा, अब सरकार ने इसको वापस लेने का निर्णय लिया, पहले भी जो मार्किट में पैसा था लगभग उतना ही पैसा वापस भी आ गया था तो बीजेपी यह बताये की उसका क्या फ़ायदा हुआ था?
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यह काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है, जिससे बचा कुचा काला धन लोगों के पास है वह बाहर निकलेगा. अगर अमेरिका 100 डॉलर के नोट से काम चला सकता है तो भारत में 2000 रुपए की आवश्यकता क्या है? नोटबंदी के दौरान सरकार ने तात्कालिक तौर पर लोगों को राहत देने के लिए 2000 रुपए के नोट को छापना शुरू किया था. इससे आम आदमी को परेशानी नहीं होगी क्योंकि उनके पास 2000 रुपए नोट नहीं है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है… 2000 रुपये के नोट के मामले में भी ऐसा ही हुआ है, लेकिन इसकी सजा इस देश की जनता और अर्थव्यवस्था ने भुगती है. शासन मनमानी से नहीं, समझदारी और ईमानदारी से चलता है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, हमने पिछली बार भी नोटबंदी देखा, जिसके चलते आम लोगों की परेशानियां हुई थीं और नोटबंदी के चलते ही लोगों की मौतें हुई थीं. नोटबंदी से ही करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी खत्म हो गई थी. उस समय पीएम मोदी ने कहा था कि वो देश में क्रांति ला रहे हैं, उस क्रांति के चलते भारत में त्राही-त्राही मच गई थी.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर कर्नाटक हारने के बाद 2000 के नोट बैन कर दिये तो इस साल दिसंबर तक तो शायद सरकार 100 रुपये का नोट भी बैन कर देगी.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने जा रहे सिद्धारमैया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ने एक और नोटबंदी की है. दुख की बात है कि बीजेपी सरकार के पास अपनी नीतियों के बारे में स्पष्टता नहीं है. अगर वे इसे प्रतिबंधित करने की योजना बना रहे थे, तो उन्होंने 2016 में 2,000 रुपये के नोट क्यों पेश किए? यह बीजेपी की नाकामी से ध्यान भटकाने की कोशिश है.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2,000 रुपये के नोट को सितंबर, 2023 के बाद चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा की. इस मूल्य के नोट को बैंकों में 23 मई से जाकर बदला जा सकता है. आरबीआई ने शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे. आरबीआई ने बैंकों को 30 सितंबर तक ये नोट जमा करने एवं बदलने की सुविधा देने को कहा है. बैंकों में 23 मई से 2,000 रुपये के नोट बदले जा सकेंगे. हालांकि एक बार में सिर्फ 20,000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जाएंगे. इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों से 2,000 रुपये का नोट देना तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा है. आरबीआई ने नवंबर 2016 में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट चलन से हटाने के बाद 2,000 रुपये के नोट जारी किए थे.
मुंबई से एक व्यक्ति ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि ये फैसला सही लगता है क्योंकि गरीब वर्ग के पास ये नोट दिखाई नहीं देती.
कांग्रेस के प्रवक्ता और अर्थशास्त्री गौरव वल्लभ ने कहा कि देश पिछले सात साल में इसका कोई फायदा भी नहीं ढूंढ पाया कि 2000 का नोट चालू क्यों किया गया था. उन्होंने कहा कि ये नोट बंद इसलिए हुआ क्योंकि कर्नाटक का नतीजा आया है और सरकार को खबरों में रहना है इसलिए ये नोट बंद कर दिया गया है.
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में देश के पूर्व वित्त मंत्री रहे यशवंत सिंहा ने कहा कि 1000 का नोट बंद करके 2000 का नोट चलाने का कोई मतलब ही नहीं था. सरकार ने ये फैसला सिर्फ इसलिए किया गया कि काले धन पर अंकुश लगे... हमें लगता है कि इससे बकवास फैसला हो ही नहीं सकता कि 1000 हजार का नोट बैन कर दिया और 2000 का नोट चालू कर दिया. इससे सभी काले धन वाले आसानी से 2000 रुपये को रख सकते हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में देश के पूर्व वित्त मंत्री रहे यशवंत सिंहा ने कहा कि 1000 का नोट बंद करके 2000 का नोट चलाने का कोई मतलब ही नहीं था. सरकार ने ये फैसला सिर्फ इसलिए किया गया कि काले धन पर अंकुश लगे... हमें लगता है कि इससे बकवास फैसला हो ही नहीं सकता कि 1000 हजार का नोट बैन कर दिया और 2000 का नोट चालू कर दिया. इससे सभी काले धन वाले आसानी से 200- रुपये को रख सकते हैं.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दो हजार के नोट पर बैन लगाने के फैसले पर ट्वीट करके कहा, "8 नवंबर 2016 का भूत एक बार फिर देश को डराने आ गया है. नोटबंदी का बहुप्रचारित कदम इस देश के लिए एक बड़ी आपदा बना हुआ है. प्रधानमंत्री ने 2000 के नए नोटों के फायदों पर देश को उपदेश दिया, आज जब नोटों की छपाई बंद है तो उन सभी वादों का क्या हुआ?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमारे स्वयंभू विश्वगुरु की विशेषता. पहला करते हैं और फिर दूसरा सोचते हैं. उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2016 को तुगलकी फरमान के बाद इतनी धूमधाम से 2000 रुपये के नोट पेश किए और अब अब वापस ले रहे हैं.
आरबीआई वापस लेने जा रही है 2000 रुपये के नोट्स
बैकग्राउंड
2000 Rupees Note Live: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2000 के नोट को बैन करने का फैसला लिया है. फिलहाल अभी ये मुद्रा वैध बनी रहेगी. आरबीआई ने भारतीय बैंको को ये सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से दो हजार के नोट जारी करना बंद कर दें. साल 2016 में 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद 2000 हजार रुपये का नया नोट लाया गया था.
देश में नोटबंदी करने के बाद 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिया गया था. इसके बदले में 500 और 2000 के नए नोट जारी किए गए थे, लेकिन 6 साल के बाद ही दो हजार के नोट को मार्केट से वापस ले लिया जाएगा. आरबीआई ने कहा कि 30 सितंबर तक ये नोट वैध मुद्रा (सर्कुलेशन) बने रहेंगे.
नोटों में बदलने की सीमा 20,000 रुपये तक
रिजर्व बैंक का कहना है कि 23 मई, 2023 से किसी भी बैंक में एक समय में 2000 रुपये के नोटों को अन्य मूल्यवर्ग के नोटों में बदलने की सीमा 20,000 रुपये तक की जा सकती है. सभी बैंक 30 सितंबर, 2023 तक 2000 रुपये के नोटों के लिए जमा या विनिमय सुविधा प्रदान करेंगे.
कांग्रेस का सरकार पर वार
मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने दो हजार के नोट बैन करने के फैसले पर सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने इसे तुगलकी फरमान बताया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमारे स्वयंभू विश्वगुरु की विशेषता. पहला करते हैं और फिर दूसरा सोचते हैं. उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2016 को तुगलकी फरमान के बाद इतनी धूमधाम से 2000 रुपये के नोट पेश किए और अब अब वापस ले रहे हैं.
23 मई से बदला जा सकता है नोट
आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोट को सितंबर, 2023 के बाद चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा की. इस मूल्य के नोट को बैंकों में 23 मई से जाकर बदला जा सकता है. आरबीआई ने शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे.
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