इनकम टैक्स, मेडिकल, बीमा, रेल यात्रा जैसी सुविधाओं में सीनियर सिटीजन को मिलते हैं ये विशेष लाभ
सीनियर सिटीजन्स को तीन लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगता है. यानि ये नॉन टैक्सेबल होता है. वहीं सुपर सीनियर सिटीजन्स यानि 80 साल से अधिक उम्र वाले नागरिकों के लिए पांच लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होता है, यानि ये भी नॉन टैक्सेबल होता है.
नई दिल्ली: साल 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या करीब एक करोड़ चालीस लाख है. 60 साल से अधिक लोगों को वरिष्ठ नागरिक यानि सीनियर सिटिजन की श्रेणी में रखा जाता है. खास बात ये है कि इस कैटेगरी में आने वाले नागरिक कई तरह के लाभ उठा सकते हैं. चाहे बैंकिंग सुविधा हो, रेल यात्रा या हवाई यात्रा हो या फिर इनकम टैक्स भरना हो, सीनियर सिटिजन्स विशेष लाभ उठा सकते हैं. ध्यान देने वाली बात ये है कि इन सेवाओं में लाभ के लिए अलग-अलग उम्र सीमा तय की गई है.
अलग-अलग सेवाओं के लिए अलग-अलग उम्र सीमा
मिसाल के तौर पर इंश्योरेंस कंपनी में सीनियर सिटिजन की उम्र सीमा 65 साल तय की गई है. वहीं रेलवे में पुरुषों के लिए 60 साल और महिलाओं के लिए 58 साल की उम्र सीमा है. इसी तरह इनकम टैक्स में मिलने वाली छूट का लाभ उठाने के लिए उम्र सीमा 60 साल और 80 साल है. बता दें कि 60 साल से ऊपर के नागरिकों को 200 रुपये हर महीने बतौर पेंशन दिए जाते हैं तो वहीं 80 साल से ऊपर के नागरिकों को 500 रुपये पेंशन हर महीने दिए जाते हैं.
टैक्स में मिलने वाली छूठ
सीनियर सिटीजन्स को तीन लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगता है. यानि ये नॉन टैक्सेबल होता है. वहीं सुपर सीनियर सिटीजन्स यानि 80 साल से अधिक उम्र वाले नागरिकों के लिए पांच लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होता है, यानि ये भी नॉन टैक्सेबल होता है.
स्वास्थ्य सेवाओं में भी लाभ
आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80D के तहत 30,000 रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा पर टैक्स में कटौती मिलती है. इसके अलावा वैसे सीनियर सिटीजन्स जो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें सेक्शन 80DDB के तहत 60 हजार रुपये तक की राशि पर टैक्स डिडक्शन ले सकते हैं. वहीं सुपर सिनियर्स के लिए ये राशि बढ़ाकर 80 हजार की जा सकती है.
यात्राओं के दौरान मिलने वाली सुविधा
हवाई यात्रा: भारत के सीनियर सिटीजन जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है वे एयर इंडिया से घरेलू यात्रा के किराए में 50 फीसदी छूट के लिए योग्य होते हैं.
रेल यात्रा: द इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक साठ साल से अधिक उम्र के पुरूष किराए में 40 फीसदी और 58 साल से अधिक उम्र की महिलाएं किराए में 50 फीसदी की छूट के लिए योग्य माने जाते हैं. ये डिस्काउंट मेल, एक्सप्रेस, राजधाी, शताब्दी, जनशताब्दी और दुरंतो ट्रेनों के सभी क्लास में उपलब्ध हैं.
बस यात्रा: बता दें कि कुछ नगरपालिका निगम और राज्य सरकारों ने वरिष्ठ नागरिकों को बस किराया पर रियायत दी हैं. इतना ही नहीं बस की कुछ सीटें भी उनके लिए आरक्षित हैं.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए ज्यादा ब्याज
सीनियर सिटीजन्स को निवेश में ज्यादा ब्याज मिलता है. सीनियर सिटीजिंग सेविंग स्कीम 60 साल से अधिक आयु के सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध है. इसके तहत हर साल 8.4% का ब्याज मिलता है. इतना ही नहीं सीनियर सिटीजन्स को फिक्स डिपोजिट पर 0.5% अधिक ब्याज मिलता है.
टेलीफोन बिल पर मिलने वाले छूट
65 साल से अधिक से उम्र के सीनियर सिटीजन को बीएसएनएल के टेलीफोन कनेक्शन पर प्राथमिकता मिलती है और उनका रेजिस्ट्रेशन चार्ज भी माफ किया जाता है. इसके अलावा एमटीएनएल भी 65 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक इन्सटौलेशन चार्ज और लैंडलाइन के बिल पर 25 फीसदी की छूट पाने के लिए योग्य होते हैं.
सीनियर सिटीजन्स के लिए स्पेशल स्कीम
60-80 साल के नागरिकों के लिए ‘वरिष्ठ मेडिक्लेम पॉलिसी’ की सेवा है. इसके तहत इलाज के लिए एक लाख और गंभीर बीमारी की हालत में दो लाख रुपये की राशि मिलती है. वहीं एलआईसी की वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना 2017 ते तहत सीनियर सिटीजन्स को आठ फीसदी की दर से 10 सालों के लिए पेंशन मिलेगा. इस स्कीम में अधिकतम 7.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है. वरिष्ठ नागरिक मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या सालाना आधार पर पेंशन ले सकते हैं.
वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाले दूसरे लाभ
देश के कई बैंक में बुजुर्गों के लिए अलग कतारें हैं. अधिकांश बैंकों के पास वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष खाते हैं. जो सीनियर सिटीजन कार्ड्स जैसी सुविधाएं देते हैं. इतना ही नहीं 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक कोर्ट को अपने केस की तरजीही सुनवाई के लिए लिख सकते हैं. इसके अलावा कई अस्पतालों में सीनियर सिटीजन्स के लिए अलग कतार होती है, यहां तक कि उनके इलाज और रेजिस्ट्रेशन के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई हैं.