नई दिल्ली: कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर ने शुक्रवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नीच' कहने पर पार्टी की ओर से दी जाने वाली किसी भी तरह की सजा भुगतने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि उनके बयान से गुजरात चुनाव के मद्देनजर पार्टी को अगर किसी भी तरह की क्षति पहुंचेगी तो उन्हें काफी दुख होगा.


मणिशंकर अय्यर ने कहा, "मैंने जो कहा है अगर उससे पार्टी को कोई भी क्षति होगी तो मुझे उसके लिए काफी दुख होगा. कांग्रेस पार्टी इसके लिए मुझे जो भी सजा देनी चाहती है, मैं उसके लिए तैयार हूं." उन्होंने कहा, "मेरा विवाद खड़ा करने का कोई इरादा नहीं था."


अय्यर ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी को 'नीच आदमी' कहकर सनसनी मचा दी थी, जिसके बाद प्रधानमंत्री ने उनके बयान को जातिगत टिप्पणी का रूप दे दिया था. उन्होंने गुजरात में एक चुनावी सभा में अय्यर के बयान से 'आदमी' शब्द को हटाकर 'जाति' शब्द जोड़ने की चतुराई दिखाई. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें 'नीची जाति' का कहा गया. उन्होंने निजी टिप्पणी को अपने राज्य के स्वाभिमान से जोड़ने का प्रयास करते हुए रैली में कहा कि यह गुजरातियों का अपमान है. ठीक उसी तरह, जैसे बिहार में चुनाव के दौरान उन्होंने नीतीश कुमार के डीएनए को गड़बड़ बताया था, जिसकी प्रतिक्रिया में नीतीश ने कहा था कि यह बिहार का अपमान है और अपने राज्य के लाखों लोगों के नाखून और बाल के नमूने प्रधानमंत्री कार्यालय भिजवाए थे. अब दोनों एक-दूसरे के प्रशंसक हैं.


मणिशंकर अय्यर ने यह बयान डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के उद्घाटन के मौके पर मोदी का भाषण सुनने के बाद दिया था, जिसमें प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा था कि 'कुछ लोगों को तो पता ही नहीं है कि बाबा साहेब कौन थे, उन्हें तो इस समय सिर्फ बाबा भोले ही याद आते हैं.' पीएम मोदी ने यह बात कहकर कांग्रेस उपाध्यक्ष के मंदिरों में जाने पर कटाक्ष किया था, जो पार्टी नेता मणिशंकर अय्यर को नागवार गुजरा. उन्होंने एक अंतर्राष्ट्रीय संस्थान के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री द्वारा चुनावी कटाक्ष किए जाने पर आपत्ति उठाई थी. उनके बयान का आशय प्रधानमंत्री के भाषण के 'निम्न स्तर' से था.


गुजरात में चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने स्थिति को संभालने की कवायद में गुरुवार रात अय्यर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया और 'नीच' वाले बयान के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था.