लाल किला हिंसा: क्राइम ब्रांच ने की दो और गिरफ्तारी, इनामी आरोपी लक्खा सिधाना अभी भी शिकंजे से बाहर
क्राइम ब्रांच ने खेमप्रीत सिंह और मनिंदरजीत सिंह नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मनिंदरजीत विदेश भागने की फिराक में था और उसे इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया. वहीं दूसरे आरोपी को दिल्ली के ख्याला इलाके से पकड़ा गया.
नई दिल्ली: लाल किला हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है . इस मामले में सफलता हासिल करते हुए क्राइम ब्रांच ने हिंसा के दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम मनिंदरजीत सिंह और खेमप्रीत सिंह है. पुलिस ने मनिंदरजीत सिंह को दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से तब गिरफ्तार किया जब ये फ़र्ज़ी कागजात की मदद से विदेश भागने की फिराक में था. पुलिस ने मनिंदर जीत सिंह के खिलाफ भी एलओसी खोली हुई थी.
भारत से भागने की कोशिश में था आरोपी
पुलिस के मुताबिक, मनिंदरजीत सिंह लगातार पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा था. उसे पता था कि पुलिस ने उसके खिलाफ एलओसी खोली हुई है . यही वजह है कि उसने पहले अपने फर्जी कागजात बनाएं और उसके बाद हिन्दुस्तान से भागने की कोशिश की. मनिंदरजीत सिंह की प्लानिंग पहले नेपाल और फिर वहां से बर्मिंघम भागने की थी. लेकिन क्राइम ब्रांच ने आईजीआई एयरपोर्ट से ही इसे गिरफ्तार कर लिया.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, मनिंदरजीत सिंह को डच नागरिकता मिली हुई है और फिलहाल ये बर्मिंघम में रहता था. आरोपी मनिंदरजीत सिंह लॉकडाउन से पहले भारत आया था. लेकिन लॉकडाउन के चलते वापस नहीं जा पाया. वो बर्मिंघम में लेबर का काम करता था. इसके ऊपर साल 2021 में पहले भी गुरदासपुर पंजाब में दंगे करने का मुकदमा दर्ज हो चुका है.
दूसरे आरोपी की ख्याला इलाके से हुई गिरफ्तारी
पुलिस के मुताबिक, दूसरे आरोपी खेमप्रीत सिंह को क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के ख्याला इलाके से गिरफ्तार कर लिया जहां ये पुलिस से बचने के लिए अपने एक रिश्तेदार के घर छुपा हुआ था. खेमप्रीत सिंह पर लाल किला के अंदर दीवार के पास पुलिसकर्मी पर फरसा से हमला करने का आरोप है. खेमप्रीत दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार आरोपी मनिंदर सिंह का एसोसिएट है. वो मनिंदर सिंह जो हिंसा के दिन दोनों हाथो में तलवार लेकर लालकीले के अंदर लहरा रहा था. खेमप्रीत का परिवार स्वरूप नगर इलाके का रहने वाला है.
पुलिस पूछताछ में इसने बताया कि इसने संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर के पास ट्रेक्टर रैली जॉइन की थी और फिर ये लाल किला पहुंचा था. 26 जनवरी हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस अब तक करीब 150 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. जिनमें से 10 की गिरफ्तारी तो लाल किले में हुई हिंसा को लेकर हुई है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल की इस भीड़ को उकसाने वाला मास्टरमाइंड और एक लाख के इनामी लक्खा सिधाना को पुलिस गिरफ्तार क्यों नहीं कर पा रही है?
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