Delhi Crime News: दिल्ली की स्पेशल सेल साउथ वेस्टर्न रेंज की पुलिस ने कनाडा बेस्ड अर्शदीप डल्ला टेरर गैंग के दो शूटरों को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली के एक बिजनेसमैन के पांच करोड़ की फिरौती देने से मना करने पर उसकी हत्या करने के लिए जेल में बंद गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला के इशारे पर दिल्ली पहुंचे थे. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, रविंदर सिंह उर्फ़ अब्बी और नवदीप सिंह उर्फ़ नवी के रुप मे हुई है. ये पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले हैं. इनके पास से दो सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल और नौ जिंदा कारतूस बरामद किया गया है.


पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी भटिंडा के रहने वाले एक बिजनेसमैन अंकित गोयल के घर पर एक करोड़ की फिरौती के लिए फायरिंग के मामले के वांटेड हैं. आरोपियों ने अर्शदीप डल्ला के सहयोगी तरणजोत सिंह उर्फ तन्ना, जो कि इस वक्त पंजाब के फिरोजपुर जेल में बंद है, उसके कहने पर भटिंडा के बिजनेसमैन के घर पर फायरिंग की थी. अर्शदीप डल्ला के इशारे पर तरनजोत ने दोनों शूटरों को एक बिजनेसमैन की हत्या करने के लिए दिल्ली भेजा था, जिसने अर्शदीप को पांच करोड़ की एक्सटॉर्शन मनी देने से इंकार कर दिया था.


जेल में बंद गैंगस्टर ने बनाई थी हत्या की योजना


पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से यह जानकारी मिल रही थी कि कनाडा बेस्ड अर्शदीप डल्ला आतंकी संगठन, पंजाब के जेल में बंद एक गैंगस्टर तरनजोत सिंह उर्फ़ तन्ना के माध्यम से दिल्ली में किसी अपराध को अंजाम देने के लिए शूटरों को भेजने वाला है. साउथ वेस्टर्न रेंज की स्पेशल सेल पुलिस की टीम ने इस जानकारी पर काम शुरू कर दिया था. पुलिस ने दिल्ली और पंजाब में अपने सूत्रों को सक्रिय किया और जानकारियों को विकसित करने और आरोपियों की पहचान कर उनका पता लगाने में जुटी हुई थी.


पुलिस ने योजना बनाकर किया गिरफ्तार


22 सितंबर को पुलिस को गुप्त सूत्रों से पता चला कि दो शूटर दिल्ली आ रहे हैं, जो दिल्ली में रहने वाले एक कांटेक्ट से मुकरबा चौक फ्लाईओवर के पास मीटिंग के बाद आतंकी समूह संचालक अर्शदीप डल्ला के, तरणजीत सिंह उर्फ़ तन्ना के माध्यम से मिले निर्देशों के अनुसार किसी अपराध को अंजाम देंगे. जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए एसीपी संजय दत्त और जयप्रकाश की देखरेख में स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर चंद्रिका प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुकरबा चौक फ्लाईओवर के पास ट्रैप लगाया, जहां कुछ देर बाद पहुंचे दो संदिग्धों को पुलिस ने दबोच लिया. उनकी तलाशी में दो लोडेड सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और नौ जिंदा कारतूस बरामद किया गया.


गिरफ्तार शूटरों ने किया खुलासा


आरोपी रविंद्र ने बताया कि वह पहले पोकलेन मशीन के ऑपरेटर के रूप में गुजरात और फिर बाद में इंदौर, मध्य प्रदेश में काम करता था. मध्य प्रदेश से लौटने के बाद वह उसी काम को पंजाब में करने लगा. जहां वो कॉमन फ्रेंड के द्वारा तरनजोत उर्फ तन्ना के संपर्क में आया. तरनजोत ने उसे सेंधवा आधारित, उसके संपर्क से हथियार लेकर पंजाब में उसके कांटेक्ट तक पहुंचाने के बदले में अच्छे पैसे का प्रस्ताव दिया था, जिसके बाद वह एमपी बेस्ड हथियारों के सप्लायरों से हथियारों की खेप लेकर पंजाब में तरनजोत के कॉन्टैक्ट तक पहुंचाने का काम करने लगा.


दो शूटरों को पंजाब से दिल्ली भेजा गया


दोनों आरोपियों को तरनजोत ने दिल्ली भेजा, जहां उन्हें एक बिजनेसमैन की हत्या करनी थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. दोनों ने कबूल किया कि वे अपने आतंकी गिरोह के लिए फंड रेंज करने वाले मॉड्यूल पर काम कर रहे थे. वे अर्शदीप दल्ला के निर्देश पर, जो हरदीप सिंह निज्जर (खालिस्तान टाइगर फोर्स का एक अधिसूचित आतंकवादी) का करीबी सहयोगी है. दिल्ली के एक बिजनेसमैन, जिससे अर्शदीप डल्ला ने पांच करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन बिजनेसमैन ने देने से मना कर दिया और दिल्ली में पुलिस में शिकायत भी कर दी थी. इसलिए उसकी हत्या करने के लिए वो दिल्ली आए थे. इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.


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