'तीन फुट हाइट है इमरजेंसी केस हैंडल नहीं कर पाओगे', कहकर हुए थे रिजेक्ट, गणेश बरैया कैसे बने बड़े डॉक्टर
गणेश बरैया को मेडिकल काउंसिल ने तीन फुट हाइट की वजह से रिजेक्ट कर दिया था. इसके बाद वह गुजरात हाईकोर्ट गए वहां भी केस हार गए.
जब इंसान सच्चे दिल से कुछ करना चाहता है तो कर ही लेता है. फिर उसके रास्ते में कितनी भी बड़ी मुश्किल क्यों न आए, वह अपनी मंजिल तक पहुंच जाता है. गुजरात के गणेश बरैया पर यह बात एक दम फिट बैठती है. गणेश आज गुजरात के कामयाब डॉक्टर हैं, लेकिन 6 साल पहले जब उन्होंने यह सफर शुरू किया था तब उनके लिए यह बेहद मुश्किल था. अपनी हाइट की वजह से उन्हें रिजेक्शन मिला, लेकिन वह रिजेक्शन से न तो डरे, न उनका मनोबल टूटा और जो वह करना चाहते थे उन्होंने किया.
गणेश बरैया गुजरात के भावनगर सरकारी अस्पताल में डॉक्टर बन गए हैं. उनके लिए डॉक्टर बनने का यह सफर बेहद चुनौतीपूर्ण रहा. गणेश की हाइट तीन फुट है, जिसकी वजह से उन्हें डॉक्टर बनने के लिए रिजेक्ट कर दिया, लेकिन गणेश के इरादे पक्के थे. उन्होंने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और उन्हें एमबीबीएस करने की अनुमति मिल गई.
मेडिकल काउंसिल ने गणेश बरैया को कर दिया था रिजेक्ट
डॉ. गणेश बरैया ने बताया कि कमिटी ऑफ मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने उन्हें उनकी हाइट की वजह से रिजेक्ट कर दिया. काउंसिल का कहना था कि गणेश अपनी हाइट की वजह से इमरजेंसी केस नहीं देख पाएंगे. इसके बाद भावनगर के कलेक्टर ने उनकी मदद की और उन्हें हाईकोर्ट जाने के कहा.
हाईकोर्ट में केस हार गए थे गणेश बरैया
डॉ. गणेश बरैया ने बताया, 'मैं गुजरात हाईकोर्ट गया, लेकिन दो महीने बाद मैं केस हार गया. इसके बाद मैंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और 2018 में कोर्ट ने फैसले में मुझे एमबीबीस करने के लिए एडमिशन लेने की इजाजत दे दी.' इसके बाद गणेश बरैया ने 2019 में एमबीबीएस में एडमिशन लिया और अब वह डॉक्टर बन चुके हैं. इस वक्त वह भावनगर सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के तौर पर पोस्टेड हैं.