Delhi Fire: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को एक दिल-दहला देने वाला सामने आया. दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक तीन मंजिला कमर्शियल बिल्डिंग में भीषण आग लग गई. जिस कारण आग में झुलस कर 27 लोगों की मौत हो गई. वहीं अभी आठ घायलों को इलाज अस्पताल में चल रहा है. इस दौरान इमारत में काम करने वाले लोगों के परिजनों को आग की सूचना मिलने पर अपने परिजनों की तलाश में यहां-वहां भटकते नजर आ रहे हैं.
दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक तीन मंजिला कमर्शियल बिल्डिंग में लगी भीषण आग भले ही शांत हो गई है, लेकिन इस दर्दनाक हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों की चीख-पुकार अभी भी जारी है, कई लोग तो ऐसे हैं जो कल शाम से ही अपने परिजनों की तलाश में लगे हुए हैं. वहीं अभी तक उन्हें किसी तरह की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
कैसे लगी आग
आग लगने को लेकर जब एबीपी न्यूज ने स्थानीय लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि इमारत में आग सबसे पहले पहली मंजिल से लगना शुरू हुई जो धीरे-धीरे तीसरी मंजिल तक पहुंच गई. फिलहाल बताया जा रहा है कि इमारत में आग लगने के बाद ही कुछ लोग इमारत से छलांग लगाकर अपनी जान बचाने की कोशिश करते दिखाई दिए थे. जिसके कारण कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एक पीड़ित के भाई ने एबीपी न्यूज से बातचीत में बताया कि उसकी बहन अपनी कंपनी के सेमिनार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इमारत की दूसरी बिल्डिंग पर मौजूद थी. पीड़ित के परिजन ने बताया कि उन्हें कॉल पर सूचना दी गई और एम्बुलेंस बुलाने के लिए कहा गया. जिसके बाद से ही वह अपनी बहन की तलाश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अपनी बहन अभी तक नहीं मिल पाई हैं.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए एक पीड़ित के भाई ने जानकारी दी की उसकी बहन से उससे आखिरी बार शाम पांच बजे के करीब बात हुई थी. जो कि सीसीटीवी कैमरे बनाने वाली कंपनी में काम करती थी. यह वहीं कंपनी है जिसमें सबसे पहले आग लगने की घटना सामने आई और फिर पूरी इमारत में फैल गई. शख्स ने नम आंखों से एबीपी न्यूज को बताया कि वह सुचना मिलते ही वहीं पर पहुंच गया था. लेकिन 5 बजे के करीब भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां जाम में फंसे होने के कारण वहां तक नहीं पहुंच पाए.
वहीं कुछ अन्य पीड़ित परिजनों का कहना है कि इमारत में आग लगने की सूचना मिलने पर वह यहां पहुंचे और उपने परिजनों की तलाश कर रहे हैं. जिसमें पुलिस से लेकर प्रशासन किसी से भी कोई मदद नहीं मिल रही है. उनका कहना है कि पुलिस की ओर से जानकारी दी जा रही है कि सभी को संजय गांधी अस्पताल से लेकर अंबेडकर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है. वहीं परिजनों का कहना है कि उन्हें किसी तरह की कोई जानकारी अस्पताल में भी नहीं मिल रही है, और वह अपने परिजनों की तलाश में लगे हुए हैं.
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