नई दिल्ली: राफेल लड़ाकू विमान सौदा मामले में रिलायंस की तरफ से मिले कानूनी नोटिस के बाद कांग्रेस ने हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अनिल अंबानी के कंधे पर रख कर बंदूक चला रही है. पार्टी ने आरोप लगाए कि बीजेपी संसद में तो राफेल मामले पर जवाब दे नहीं पा रही और अपने दोस्तों के जरिए कांग्रेस को धमकी दिलवा रही हैं.


कांग्रेस ने सरकार से किए हैं तीन सवाल
कांग्रेस का कहना है कि लोकतंत्र में ये पूछना उनका हक है कि टैक्स देने वालों के पैसे कहां खर्च हुए. पार्टी ने आगे कहा कि वो लोगों को कोई जानकरी नहीं दे रहे, बल्कि सरकार से पूछ रहे हैं कि किस आधार पर इतना बड़ा कॉन्ट्रैक्ट सरकारी कंपनी को दरकिनार करके रिलायन्स को मिला जिसने आजतक जहाज नहीं बनाया? वहीं, दूसरा सवाल ये है कि किस आधार पर रक्षा मंत्री ने 30 हजार करोड़ का कॉन्ट्रेक्ट रिलायन्स को दे दिया और तीसरा सवाल ये है कि एक हफ्ते पहले बनी कंपनी को इतना बड़ा कॉन्ट्रेक्ट कैसे मिल जाता है?


सौदे की कीमत सार्वजनिक करे सरकार
पार्टी का कहना है कि सरकार कांग्रेस के सवालों का जवाब दे दे क्योंकि वो सरकारी कंपनी की आवाज उठा रही है. वहीं, कांग्रेस ने सवालिया लहज़े में कहा कि अनिल अंबानी घबराए हुए क्यों हैं? पार्टी ने कहा कि अनिल सरकार से कहें कि उनका नाम खराब हो रहा है और सरकार राफेल की कीमत सार्वजनिक कर दे. कांग्रेस का आरोप है कि इस सौदे में नियमों का उल्लंघन हुआ है. अगर नहीं हुआ तो सरकार कागज दिखा दे.


कांग्रेस के आधा दर्जन नेताओं को भेजा गया नोटिस
आपको बता दें कि रिलायंस ने कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं को इस मामले पर नोटिस भेजा है और कहा कि पार्टी राफेल मामले में कंपनी का नाम ख़राब करना बंद करे. जिन नेताओं को नोटिस भेजा गया है उनमें पार्टी प्रवक्ता रंदीप सुरजेवाला से लेकर प्रियंका चतुर्वेदी तक के नाम शामिल हैं. वहीं, इसमें पार्टी के संजय निरुपम और अभिषेक मनु सिंघवी जैसी बड़े नेताओं का नाम भी शामिल है.


आगे से आरोप ना लगाए कांग्रेस
अनिल अंबानी के इस नोटिस में कहा गया है कि जिन नेताओं ने रिलायंस पर आरोप लगाए हैं, वो अपने आरोप वापस लें और आगे से ऐसा ना करें. वहीं, ये मांग भी की गई है कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस के अगर किसी तरह के कोई सवाल हैं तो वो अनिल को इनके जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय दे.


जनता दरबार में नोटिस का जवाब देगी कांग्रेस
इसके जवाब में कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी की आवाज दबाने की कोशिश मत की जाए. पार्टी ने कहा है कि वो नोटिस का जवाब जनता दरबार में देगी और उनकी आवाज दबेगी नहीं बल्कि और बुलंद होगी. आगे कहा गया है कि वो हर शहर में जाकर राफेल पर बात करेंगे और अगर चाहे तो रिलायंस हर शहर में वकील भेज दे.


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